रायपुर

गो तस्करी के शक़ में 3 की हत्या, मुस्लिम समाज सड़कों पर उतरा

रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगे हुए आरंग में गो-तस्करी के शक़ में तीन लोगों की हत्या के मामले में कार्रवाई नहीं होने से नाराज़ मुस्लिम समाज रायपुर में सड़कों पर उतर पड़ा. हत्या के विरोध में शुक्रवार को बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने गिरफ़्तारी दी.

शुक्रवार को बड़ी संख्या में बंजारी वाला बाबा मजार के पास मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने हाथों में तिरंगा लेकर प्रदर्शन किया. इसके बाद नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारी सुभाष स्टेडियम तक पहुंच गए.

इस दौरान पुलिस के साथ भीड़ की धक्का-मुक्की भी हुई. इसके बाद समाज के प्रतिनिधियों ने ज़िला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंप पर कार्रवाई की मांग की

गौरतलब है कि सात जून को ट्रक में भैंस ले कर जा रहे सहारनपुर के व्यापारी चांद मिया और गुड्डू ख़ान की भीड़ के हमले में मौत हो गई थी. इस हमले में घायल सद्दाम कुरैशी की दस दिन बाद अस्पताल में मौत हो गई.

लेकिन इस घटना के 14 दिन बाद भी पुलिस किसी भी आरोपी को गिरफ़्तार नहीं कर पाई.

पुलिस ने इस मामले में विशेष टीम बनाने का दावा किया था.

हालांकि कुछ लोगों को हिरासत में लिए जाने और बाद एक विधायक और पूर्व मंत्री के हस्तक्षेप के बाद आरोपियों को छोड़े जाने की चर्चा भी है. लेकिन पुलिस इससे इंकार कर रही है.

क्या हुआ था

सात जून की रात दो से ढ़ाई बजे के बीच भैंस ले कर जा रहे सहारनपुर उत्तरप्रदेश के चांद मिया और गुड्डू ख़ान की भीड़ ने हत्या कर दी थी. इसके अलावा सद्दाम कुरैशी को बुरी तरह से घायल कर दिया था.

सद्दाम कुरैशी
घायल सद्दाम कुरैशी की भी मौत हो गई

स्थानीय लोगों का कहना है कि तीनों युवक महासमुंद ज़िले के बरौदा मवेशी बाज़ार पहुंचे थे. वहां उन्होंने भैंसें ख़रीदीं और भैंसों को ट्रक में भरकर ओडिशा के लिए निकल गए.

लेकिन रास्ते में कुछ लोगों ने इनका पीछा किया जिसके बाद इन्होंने रायपुर जाने का फ़ैसला किया.

इसी दौरान आरंग के पास महानदी के पुल पर बाइक सवार लोगों ने उनकी गाड़ी को रोका और उन्हें बुरी तरह से पीटा.

घायल सद्दाम क़ुरैशी ने एक वायरल वीडियो में माना कि भीड़ ने उन्हें पीटा और फिर पुल से नीचे फेंक दिया.

माना जा रहा है कि गो-तस्करी के आरोप में इन तीनों पर हमला किया गया था.

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