छत्तीसगढ़ में जुरासिक पार्क
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में मेरीन जीवाश्म पार्क की स्थापना की जाएगी. राज्य सरकार के वन विभाग द्वारा इसे बनाया जाएगा. उल्लेखनीय है कि कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ के पास हसदेव नदी के किनारे एक बड़े इलाके में समुद्रीय जीवाश्म की मौजूदगी प्रकाश में आयी है.
छत्तसीगढ़ वन विभाग के अधिकारियों को भ्रमण के दौरान इसकी जानकारी मिली. लखनऊ स्थित बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पेलियोबाटनी के वैज्ञानिकों ने भी आमाखेरवा गांव सहित आसपास के स्थल का दौरा किया और उन्होंने भी बड़े पैमाने पर जीवाश्म की उपस्थिति की पुष्टि कर दी है.
जीवाष्मों के अध्ययन और विश्लेषण के लिए बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट भारत सरकार का एक प्रमुख प्रामाणिक संस्थान है. संस्थान के वैज्ञानिकों ने इन जीवाष्मों को लगभग 25 करोड़ वर्ष पुराना परमियन भूवैज्ञानिक काल के आसपास का ठहराया है.
उन्होंने भी इस क्षेत्र को जिओहैरिटेज के रूप में विकसित करने की सिफारिश छत्तीसगढ़ सरकार से की है. राज्य सरकार ने फॉसिल पार्क विकसित करने के लिए 17 लाख 50 हजार रुपए का प्रावधान किया है. इलाके की सुरक्षा के लिए चैनलिंक सहित चौकीदार हट और अन्य पर्यटक सुविधाएं विकसित की जा रही हैं.