छत्तीसगढ़: अपहृत ग्रामीण रिहा
रायपुर | समाचार डेस्क: नक्सलियों ने अपहृत ग्रामीणों को छोड़ दिया है परन्तु उनमें से एक की हत्या कर दी है. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले सुकमा से अपहृत ग्रामीणों में से एक सदानंद राग की नक्सलियों ने हत्या कर दी है, जबकि शेष को छोड़ दिया है. छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री रामसेवक पैकरा ने रविवार को कहा, “सुकमा जिले के मारेंगा गांव से नक्सलियों ने शुक्रवार को पुल निर्माण में लगे पांच-छह मजदूरों का अपहरण कर लिया था, उन्हें छुड़ाने लगभग तीन सौ ग्रामीण जंगल में नक्सलियों के पास गए थे.”
पैकरा ने कहा, “नक्सलियों ने ग्रामीणों की मौजूदगी में शनिवार को जंगल में जन अदालत लगाई थी. वे पुल निर्माण को लेकर नाराज हैं और उसी के चलते पांच-छह मजदूरों का अपहरण कर लिया था. अपहृत मजदूरों में से एक सदानंद की उन्होंने हत्या कर दी है. सदानंद पुल निर्माण कार्य की निगरानी करता था. उसका शव मारेंगा गांव पहुंच चुका है. नक्सलियों ने शेष अपहृत मजदूरों और छुड़ाने गए ग्रामीणों को छोड़ दिया है.”
इसके पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने शनिवार को 250 ग्रामीणों के अपहरण की बात मीडिया के समक्ष कही थी.
जबकि, ग्रामीणों का कहना है कि बंधक बनाए गए लोगों की संख्या 500 से ज्यादा थी. उन्होंने कहा कि शुक्रवार रात हथियार बंद नक्सली गांव में आए थे. उन्होंने रात को ही उन्हें घरों से जगाया और अपने साथ बंधक बनाकर जंगल में ले गए.
ग्रामीणों के अनुसार, बंधक बनाए गए लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे.
इस घटना को लेकर ग्रामीणों में दहशत है और मारेंगा गांव के निवासी डरे हुए हैं.