मलेरिया: देश में दूसरे नंबर पर छत्तीसगढ़
रायपुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ मलेरिया के मामलें में देश भर में दूसरे नंबर पर है. वर्ष 2014 में जनवरी से लेकर जून तक छत्तीसगढ़ में मलेरिया के 38हजार 781 मरीजों के बारे में पता चल सका है. हालांकि, इनमें से किसी के भी मृत्यु का समाचार नहीं मिला है. गौर करने वाली बात यह है कि आकड़ा सरकारी है जिसमें निजी अस्पतालों के मरीजों की संख्या जोड़ी नहीं गई है. इस कारण से वास्तव में छत्तीसगढ़ में इससे ज्यादा मलेरिया के मरीज रहें होंगे.
राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम निदेशालय के अनुसार देश भर में सबसे ज्यादा मलेरिया के मरीज ओडिशा में 1लाख 30हजार का था. छत्तीसगढ़ 38हजार 781 मरीजों के साथ दूसरे पायदान पर है. छत्तीसगढ़ के बाद झारखंड में 26हजार 588, मध्य प्रदेश में 18हजार 793 तथा त्रिपुरा में 13हजार 375 मरीज पाये गये. पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ में मलेरिया से 43 जानें गई थी जिसे इस साल रोका जा सका है. छत्तीसगढ़ में मलेरिया के मरीज सबसे ज्यादा बस्तर संभाग से हैं.
सबसे हैरत की बात यह है कि छत्तीसगढ़ के अधिकारी दावें करते हैं कि “पिछले वित्तीय वर्ष 2013-14 में प्रदेश भर में, विशेष रूप से आदिवासी बहुल ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 21 लाख 25 हजार परिवारों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली राशन दुकानों के माध्यम से 59 विकासखंडों में मेडिकेटेड मच्छरदानियों का वितरण किया गया है.”
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि “इनका वितरण सत्रह जिलों में किया गया है, जिनमें आदिवासी बहुल बस्तर राजस्व संभाग के सभी सात और सरगुजा राजस्व संभाग के पांच जिलों सहित बिलासपुर राजस्व संभाग के तीन जिलों तथा गरियाबंद और कबीरधाम जिलों में किया गया है. इस वर्ष आदिवासी बहुल नौ विकासखंडों में साढ़े तीन लाख परिवारों को मेडिकेटेड मच्छरदानी देने का लक्ष्य है.”