छत्तीसगढ़ में भाजपा की हैट्रिक
रायपुर| संवाददाता: मोदी लहर में छत्तीसगढ़ को एक बार फिर 11 में से 10 सीटें मिली हैं. भाजपा ने लगातार तीसरी बार 11 में से 10 सीटें जीतकर हैट्रिक बना दी है. 2004, 2009 और अब 2014 में भी पार्टी ने कांग्रेस को करारा झटका दिया है.
उधर, कांग्रेस ने 2004 में महासमुंद, 2009 में कोरबा और 2014 में दुर्ग सीट पर कब्जा जमाकर अपनी एक सीट बरकरार रखी है. कांग्रेस को सबसे ज्यादा उम्मीद महासमुंद से अजीत जोगी पर थी, लेकिन वे अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के चंदूलाल साहू से 1217 मतों से पराजित हो गए.
इससे पहले जोगी ने नतीजे पर असंतोष जताते हुए रि-काउटिंग की मांग की. जिसे चुनाव आयोग ने नकार दिया और अंतत: जोगी को पराजय का मुंह देखना पड़ा. दुर्ग में भाजपा नेत्री सरोज पांडे जो महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी है, उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी ताम्रध्वज साहू के हाथों पराजित होना पड़ा है. बिलासपुर सीट पर अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करूणा शुक्ला को भी हार का मुंह देखना पड़ा है. पूर्व कृषि राज्यमंत्री चरणदास महंत अपनी परम्परागत सीट कोरबा में अपनी साख बचाने में नाकामयाब रहे. चुनाव में जहां कांग्रेस के कई दिग्गजों को पराजय का मुंह देखना पड़ा है वहीं दुर्ग से भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सरोज पांडे की हार चौकाने वाली है.
महासमुंद में लगातार निर्णायक बढ़त बनाने के बाद भी पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी अंतिम चरण की मतगणना में चुनाव हार गए. कांटे की टक्कर में कोरबा में चरणदास दास महंत को अपनी सीट गवांनी पड़ी है. प्रदेश में सबसे बड़ी जीत मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह की है. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के कमलेश्वर वर्मा को 2 लाख 35 हजार 911 मतों से पराजित किया है.
बस्तर से कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र कर्मा के पुत्र दीपक कर्मा, कांकेर से फूलोदेवी नेताम, रायगढ़ से आरती सिंह, जांजगीर-चांपा से प्रेमचंद जायसी, सरगुजा से रामदेव राम और राजनांदगांव से कमलेश्वर वर्मा को हार का सामना करना पड़ा है.