मजदूर के बच्चे बनेंगे डॉक्टर, इंजीनियर
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में मजदूरों के बच्चों सरकारी कॉलेजों में निःशुल्क शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे. इसके अलावा मजदूरों के वे बच्चें जो निजी कॉलेजों में पढ़ेंगे उनकी फीस भी छत्तीसगढ़ सरकार देगी. छत्तीसगढ़ सरकार की मंशा है कि मजदूरों के बच्चे इंजीनियरिंग, मेडिकल, नर्सिंग, लॉ आदि व्यावसायिक कोर्स की पढ़ाई निःशुल्क कर सके. इसके लिये छत्तीसगढ़ सरकार के श्रम विभाग की ओर से उन्हें यह सुविधा प्रदान की जायेगी. इतना ही नहीं इन बच्चों को शिक्षा के दौरान हॉस्टल में रहने और भोजन का इंतजाम भी राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा.
इसके लिए राजधानी रायपुर में ‘प्रयास’ स्कूल की तरह कोचिंग संस्थान भी खोला जाएगा. इसके लिये छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के द्वारा ली गई बैठक में मुख्य सचिव विवेक ढांड, अपर मुख्य सचिव श्रम विभाग एम.के.राउत, अपर मुख्य सचिव एन.बैजेन्द्र कुमार, प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह, सचिव सुबोध कुमार सिंह, तकनीकी शिक्षा विभाग की सचिव श्रीमती रेणु पिल्ले सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में पुरूष श्रमिकों को भी इस साल निःशुल्क सायकिल देने का निर्णय लिया गया. अधिकारियों ने बताया कि इस योजना के प्रथम चरण में 31 दिसम्बर 2013 तक पंजीकृत श्रमिकों को इसका फायदा मिलेगा. इसके पहले राज्य सरकार द्वारा केवल महिला श्रमिकों को निःशुल्क सायकिल प्रदान की जाती थी. बैठक में मेटरनिटी बेनिफिट योजना के अंतर्गत श्रम विभाग द्वारा दी जा रही सहायता राशि भी सात हजार रुपए से बढ़ाकर 10 हजार रुपए करने का निर्णय लिया गया है.