कोरबाबिलासपुर

भूविस्थापित का हंगामा, 8 ग्रामीण ग्रिफ्तार

कोरबा | अब्दुल असलम: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में नौकरी,मुआवजा और बसाहट की मांग के बिना जमीन नहीं खाली करने को लेकर अड़े 8 ग्रामीणों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गुरुवार को कोरबा में एसईसीएल के गेवरा खदान के विस्तार परियोजना के लिये एसईसीएल द्वारा प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाने जैसे ही हरदीबाजार क्षेत्र के पोड़ी गांव तोडू दस्ता पहुचा वहां के लोगों ने विरोध करना शुरु कर दिया.

दीपका के तहसीलदार एके मार्बल की मौजूदगी में बडी संख्या मे तैनात पुलिस बल, महिला पुलिस की मदद से विरोध करने वाले तीन परिवार के 8 लोगों को बाल पकड कर घसीटते हुए गिरफ्तार कर लिया गया.

गौरतलब है कि एसईसीएल द्वारा पोडी गांव की 360 एकड जमीन 2 साल पहले अधिग्रहित कर ली गई थी. उस समय गांव के तीन परिवार को छोड बाकी सभी लोगो ने मुआवजा उठा लिया था. जिसमे 180 लोगो को नौकरी की पात्रता हैं जबकि एसईसीएल ने 114 को नौकरी दी हैं.

गांव के भू-विस्थापित का आरोप है कि एसईसीएल मनमानी कर रहा हैं तथा प्रशासन और पुलिस ने एसईसीएल के अधिकारियो की मौजूदगी में तीन मकानों को ठहा दिया है.

इधर तहसीलदार का कहना हैं कि बबीता नामक युवती अपने तीन बहनो के साथ रहती है वो अलग-अलग बसाहट की मांग कर रही है जो नियम अनुसार देना संभव नहीं हैं. यही कारण है तीन परिवार के लोग अब तक मुआवजा नही लिये हैं.

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