छत्तीसगढ़: पार्षद ने की ख़ुदकुशी की कोशिश
कोरबा | अब्दुल असलम: छत्तीसगढ़ के बालको परसाभाठा वार्ड क्रमांक 41 के पार्षद संतोष कुर्रे ने पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगा आत्महत्या का प्रयास किया. गंभीर हालत में पार्षद को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पार्षद संतोष कुर्रे ने घटना को अंजाम देने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था. जिसमें बालको थाना प्रभारी एसके पाठक पर प्रताडऩा का आरोप लगाया गया है. जिला अस्पताल में पार्षदों की भीड़ लगी रही.
ज्ञात हो कि पार्षद संतोष कुर्रे ने विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्टर, एसडीएम, एसपी और नगर निगम को ज्ञापन सौंपा था. संतोष कुर्रे ने खुद को दलित पार्षद बताते हुए उनकी मांगों को दरकिनार कर दिए जाने का आरोप भी लगाया गया था. इसके बाद पार्षद कुर्रे ने परसाभाठा बाजार से लगे एसी बार के बाउंड्रीवाल के विरोध में अनशन व विरोध प्रदर्शन किया था. सोमवार को इसी मांग को लेकर चक्काजाम किया गया था. जिस पर बालको पुलिस ने पार्षद पर विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई कर गिरफ्तार किया और मुचलके पर रिहा किया था.
मंगलवार को संतोष कुर्रे ने आत्महत्या की कोशिश की. हालत बिगडऩे पर परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया. आत्महत्या का कारण सुसाइड नोट में पुलिस प्रताडऩा को बताया गया है. बालको थाना प्रभारी एसके पाठक पर आरोप लगाते हुए लिखा गया है कि थाना प्रभारी उसे झूठे मामले में फंसाने की धमकी दे रहा है. जिसके कारण ही वह आत्महत्या कर रहा है. जैसे ही घटना की सूचना अन्य पार्षदों को हुई. पार्षदों की भीड़ जिला अस्पताल में उपस्थित हो गई थी. फिलहाल पुलिस द्वारा मामले की विवेचना की जा रही है.
की गई थी पार्षद की गिरफ्तारी
सोमवार को वार्ड क्रमांक-41 के पार्षद संतोष कुर्रे के द्वारा परसाभांठा क्षेत्र की विभिन्न जनसमस्याओं सहित परसाभांठा बाजार चौक व सार्वजनिक शौचालय के निकट स्थित अंग्रेजी शराब दुकान के पीछे लायसेंसी एसी बार खोलने का विरोध किया जा रहा था. इसे लेकर पार्षद के द्वारा चरणबद्ध आंदोलन 19 जून से प्रारंभ किया गया. पहले दिन धरना प्रदर्शन के बाद दो दिन भूख हड़ताल की गई. सोमवार को बालको में आर्थिक नाकाबंदी आंदोलन सुबह 5 बजे प्रारंभ किया गया. इस दौरान बालको में आने वाले भारी वाहनों का आवागमन अवरूद्ध किया गया. इसकी सूचना मिलने पर बालको पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पार्षद को समझाईश दी. बात नहीं बनने पर पार्षद संतोष कुर्रे को गिरफ्तार कर लिया गया. उसके विरूद्ध अपराध क्रमांक 128/15 पर धारा 341, 147 भादवि के तहत जुर्म दर्ज कर प्रकरण एसडीएम के समक्ष प्रस्तुत किया गया. यहां से पार्षद को जमानत दे दी गई. पुलिस पार्षद के आरोप को निराधार और बेबुनियाद बताया हैं..पार्षद की शिकायत पर तहसीदार जांच कर रहे हैं.
पार्षद हुए लामबंद
नगर निगम के कुछ पार्षद ने पूरे मामले में राजनीति भी शुरु कर दी है और निगम के पार्षदो ने लामबंद होकर कलेक्टर और एस पी से इस मामले में जांच कर कार्रवाई की मांग की साथ ही निगम के सामने कुछ देर धरने में बैठ कर मीडिया में फोटो जरुर खिचवाया.