छत्तीसगढ़

बैंक मैनेजर को दस साल की सजा

कोरबा | अब्दुल असलम: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला में जाली नोट खपाने वाले अंतराष्ट्रीय गिरोह के एक बैंक मैनेजर सहित सात आरोपियो को दस-दस साल की सजा कोर्ट ने सुनाई हैं. गौरतलब है कि 12जुलाई 2013 को कोरबा पुलिस ने एमपी नगर में जाली नोट आरोपियो को पकड़ने छापामार कारवाई की थी. उस कारवाई में जाली नोट के सौदागर सहित सेक्स रैकेट का भी खुलासा हुआ था. जाली नोट खपाने वाले अंतराष्ट्रीय गिरोह का तार पाकिस्तान और बंगलादेश से जुडा था.

आरोपियो के पास से 4 लाख के जाली नोट और बैंक खाता और एटीएम बरामद हुआ था. युनाईटेड बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर अशोक कुमार मित्रा, गिरोह के मास्टर माईड विनोद राठौर सहित सात आरोपियों पर दोष सिद्ध होने पर एडीजे कोर्ट ने विनोद राठौर, बैंक मैनेजर अशोक कुमार मित्रा, मो.रफिक मेमन, संजय सरकार, अब्दुल हमीद, मेमन मलिक और अमित कुमार अग्रवाल सातों आरोपियो को दस-दस साल की सजा और बीस-बीस हजार रुपये अर्थदंड लगाया हैं.

वही आरोपी विनोद राठौर द्वारा मडपुरम गोल्ड में अपना सोना छुडाने 83 हजार का नकली नोट चलाने के आरोप में पांच साल की सजा और 10हजार रुपये अर्थदंड अलग से लगाया गया हैं.

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