छत्तीसगढ़: छात्रावास अधीक्षक निलंबित
कांकेर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के कांकेर में एक छात्रावास अदीक्षक तथा दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है. जिला कलेक्टर ने जांच में पाया कि इनके द्वारा छात्रों को अधपका खाना दिया जा रहा था तथा शासन द्वारा छात्रों को दी जाने वाले सुविधायों से उन्हें वंचित रखा गया था. कर्तव्य के प्रति गंभीर लापरवाही बरतने पर कलेक्टर शम्मी आबिदी ने एक छात्रावास अधीक्षक, दो भृत्य को निलंबित कर दिया है. वहीं एक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी को बर्खास्त करने का आदेश जारी किया गया है.
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को कलेक्टर जनदर्शन में प्रि मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास नरहरदेव के विद्यार्थियों ने कलेक्टर शम्मी आबिदी को उक्त कर्मचारियों के विरूद्ध शिकायत की थी. कलेक्टर ने छात्रों की शिकायत के तुरंत बाद शिक्षा अधिकारियों की एक संयुक्त टीम के माध्यम से शिकायत की जाँच कराई.
जाँच में पाया गया कि उच्च श्रेणी शिक्षक एवं छात्रावास अधीक्षक हनुमान सिंह नेताम द्वारा छात्रावास से दिया हुआ थाली, कटोरी, गिलास छात्रों के पास नहीं पाया गया. छात्रावास के बच्चे अपने घर से बर्तन लाकर खाना खाते हैं. इसी प्रकार छात्रों की बेडशीट फटे और अत्याधिक गंदे पाए गए . छात्रावास की स्वच्छता पर अधीक्षक द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया.
अधीक्षक द्वारा सुरक्षा तथा अन्य मापदंडों को पूरा नहीं किया जा रहा था. निगरानी समिति का गठन नहीं किया गया था. बच्चो का स्वास्थ्य परीक्षण नहीं कराया गया था. अधीक्षक का अपने मातहत् चतुर्थ श्रेणी कर्मियों पर भी कोई नियंत्रण नहीं था. भृत्य एंव रसोईये द्वारा भोजन गुणवत्ताहीन अधपका बनाया जाता था.
उक्त कर्मचारी छात्रावास में ही शराब का सेवन करते थे. इसे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों एवं रसोइया चमरूराम सलाम, बजरूराम कावड़े, दैनिक वेतन भोगी कर्मी रंजीत पडोती ने निरीक्षण के दौरान स्वीकार किया. इन कर्मियों की अकर्मण्यता और कर्तव्य के प्रति लापरवाही के कारण छात्रावास में अव्यवस्था पसर गई थी.
कलेक्टर ने छात्रों की शिकायत को सही पाई जाने पर सिविल सेवा आचरण नियम के तहत छात्रावास अधीक्षक हनुमान सिंह नेताम, रसोईया चमरू राम, रसोईया भृत्य बजरूराम कावड़े को निलंबित करने का आदेश जारी किया है वहीं दैनिक वेतन भोगी रंजीत पडोती को सेवा से पृथक करने का आदेश जारी किया है.