छत्तीसगढ़: CCTV फुटेज उड़ा दिये!
रायपुर | समाचार डेस्क: रायपुर के सराफा कारोबारी आयकर विभाग वालों को सीसीटीवी की फुटेज देने से टालमटोल कर रहे हैं. नोटबंदी के बाद से राजधानी रायपुर में अरबों रुपयों के काले धन के बदले सोना बेचे जाने की खबर प्रमुखता से छपी थी. उसके बाद आयकर अधिकारी सराफा कारोबारियों के दबिश देकर 9 नवंबर से दुकान में लगी सीसीटीवी की फुटेज देखने की मांग कर रहें हैं.
कुछ सराफा व्यापारियों का कहना है कि सीसीटीवी उनके दुकान की सुरक्षा के लगाये गये हैं इसलिये रोज रात को स्टाक का मिलान करने के बाद उड़ा दिया जाता है.
वहीं, कुछ सराफा कारोबारी तर्क दे रहें हैं कि आयकर विभाग का सीसीटीवी के फुटेज से क्या लेना-देना. वे स्टाक तथा रकम की जांच कर ले.
ऐसे में दोनों में टकराव की स्थिति बन गई है. आयकर विभाग वाले जांच में सहयोग न करने पर कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी दे रहें हैं.
आयकर विभाग वालों ने राजधानी के दर्जनभर बड़े सराफा कारोबारियों के यहां दबिश दी है. आयकर वाले देखना चाहते हैं कि 9 नवंबर से उनके यहां कौन-कौन ग्राहक आये थे जिसे सराफा वाले छुपाना चाहते हैं.
नोटबंदी के बाद रायपुर में 9 नवंबर के दिन एक सराफा कारोबारी के यहां से 500-1000 के नोटों के बदले 32 लाख के सोने की ईंट को 50 लाख में बेचने की खबर प्रमुखता से पूरे राज्य में छाई रही. बताया जा रहा था कि उस दिन सराफा कारोबारियों ने सोना 48-50 हजार रुपये तोला बेचा था.
इस तरह से एक दिन में ही करोंड़ों के काले धन के बदले सोना बेच गया था. बाद में यह भी खबर आई थी कि एक बड़े अफसर की पत्नी ने रायपुर के सबसे बड़े सराफा कारोबारी को 1 करोड़ 49 लाख रुपये 500-500 एवं 1000-1000 के नोटों से भुगतान कर भविष्य में 60 हजार रुपये तोले के हिसाब से सोना लेना लिखवा लिया था.
यह माना जा रहा है कि सराफा कारोबारियों के यहां लगे सीसीटीवी कैमरों में ऐसे कई राज छिपे हुये हैं.