छत्तीसगढ़ में जनधन खातों का खेल
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में जनधन खातों का खेल जारी है. प्रख्यात नाट्यकार विजय तेंदुलकर के नाटक ‘खामोश ! अदालत जारी है’ के समान इन खातों में खेल के बाद भी सरकार इस मामले में चुप है.छत्तीसगढ़ के जनधन में जमा रकम में पिछले हफ्ते 13 करोड़ 32 लाख रुपये कम हुये हैं. इस तरह से 1 माह के भीतर छत्तीसगढ़ के जनधन खातों में जमा रकम में 3 सौ 40 करोड़ रुपयों की कमी आई है. या तो इतनी रकम सीधे तौर पर इन जनधन खातों से निकाल लिये गये हैं या इन जनधन खातों को सामान्य खातों में बदल दिया गया है.
गौरतलब है कि 28 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के जनधन खातों में 15 सौ 21 करोड़ 52 लाख से ज्यादा की रकम जमा थी जो 4 जनवरी के बाद घटकर 15 सौ 8 करोड़ 20 लाख की हो गई है. जिसका सीधा सा अर्थ है कि इस दौरान इन जनधन खातों से 13 करोड़ 32 लाख रुपये निकाल लिये गये हैं.
गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद छत्तीसगढ़ के जनधन खातों में 1 माह के भीतर ही 4 सौ करोड़ रुपये जमा कराये गये थे.
केन्द्र सरकार ने जनधन खातों का दुरुपयोग रोकने के लिये तथा नोटबंदी के बाद इसके जरिये काला धन सफेद करने से रोकने के लिये हर माह इन खातों से निकासी की अधिकतम सीमा 5 हजार रुपये तय कर दी है. लेकिन छत्तीसगढ़ में इसके उलट ही खेल चल रहा है.
इतना ही नहीं एक मुश्त 276 करोड़ रुपये जिन 8 लाख खातों में जमा कराये गये थे उन्हें सामान्य खातों में तब्दील किये जाने की खबर है.
सबसे बड़ा सवाल यह है कि किन खातों में नोटबंदी के बाद 4 सौ करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जमा कराई गई थी. उसके बाद रकम निकालने के लिये इतनी हड़बड़ी क्यों की जा रही है.