चीनी हैलोजन से आंखों में सूजन
रायपुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ में चीनी हैजोलन लाइट से हजार के ऊपर इरिटेशन कंजक्टिवाइटिस से पीड़ित हैं. हाल ही में छत्तीसगढ़ के दो स्थानों में रात में चीन में बने हैलोजन लाइट का उपयोग किया गया. सुबह देखा गया कि सैकड़ों की संख्या में लोगों की आंखों में सूजन आ गया है.
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में चीनी हैलोजन लाइट के कारण 800 से अधिक लोगों के आंखों में सूजन, संक्रमण तथा रोशनी कम होने की शिकायतें मिली हैं. इसी तरह से बिरेतरा गांव में भी 400 से ज्यादा लोगों के आंखों में यही तकलीफ देखी गई है.
इसके बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने चीनी हैलोजन लाइटों पर प्रतिबंध की बात कही है. मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा, ”उस लाइट को प्रतिबंध करना होगा, जिस लाइट की वजह से ऐसा बार-बार हो रहा है. चाइनीज़ बल्ब का रिएक्शन ज्यादातर देखने में आया है तो उसके ऊपर भी कार्रवाई की जायेगी.”
चिकित्सकों ने आरंभिक तौर पर माना कि सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में लगाये गये चीनी हैलोजन लाइट के कारण लोग ‘इरिटेशन कंजक्टीवाइटिस’ के शिकार हो गये.
इस घटना के बाद राज्य का पूरा सरकारी स्वास्थ्य अमला गांव पहुंचा और विशेष कैंप लगाकर लोगों की आंखों का इलाज शुरू किया गया.
ज़िले के कलेक्टर राजेश सिंह राणा ने दोनों ही मामलों में एफआईआर दर्ज करने और मामले की जांच की बात कही है.
नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टर दिनेश मिश्रा का कहना है कि सस्ती क़ीमत में मिलने वाली हैलोजन लाइटों में फिल्टर का उपयोग नहीं होता, इसलिए इससे निकलने वाली अल्ट्रा वायलेट किरणें सीधे आंखों तक पहुंच कर उसे नुकसान पहुंचाती हैं. इसके अलावा हैलोजन लाइट में उपयोग की जाने वाली गैस के लीक होने से भी संक्रमण होता है.
डॉक्टर मिश्रा के मुताबिक, ”उपयोगकर्ता को इस तरह के माहौल में पता ही नहीं चलता कि उसकी आंखों में कितनी तेज़ और हानिकारक रोशनी जा रही है. इस तरह की रोशनी से बचना ही इसका एकमात्र उपाय है.”
कंजक्टीवाइटिस-
कंजक्टीवाइटिस का अर्थ होता है कंजिक्टिवा का सूजन. दरअसल, आंखों के उपर एक महीन झिल्ली होती है जो उसकी रक्षा करती है. उसे कंजिक्टिवा कहते हैं. मुख्यतः संक्रमण से इसमें सूजन आ जाती है. इसके अलावा एलर्जी से भी इसमें सूजन आ जाती है तथा आंख लाल हो जाती है. कई बार इरिटेन्ट कंजक्टीवाइटिस हो जाती है. जो किसी उत्तेजक के कारण होती है.