रायपुर: घरों में महिलायें असुरक्षित
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में रायपुर में सबसे ज्यादा रेप होते हैं. इस साल 1 अप्रैल 2016 से 31 जनवरी 2017 तक ही रायपुर में 144 रेप के मामले दर्ज किये गये हैं. पिछले साल 2015-16 भी रायपुर में 202 रेप हुये थे तथा रायपुर राज्य में इस मामले में सबसे शीर्ष पर रहा है. इस तरह से रायपुर केवल राज्य की राजधानी ही नहीं है यह रेप की भी राजधानी है. इनमें से सबसे ज्यादा रेप पड़ोसी तथा रिश्तेदार ही करते हैं. इस तरह से राज्य में रायपुर ही वह शहर है जहां घरों में लड़कियां तथा महिलायें सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं.
दूसरे नंबर पर रायगढ़ है. इस साल रायगढ़ में 111 रेप के मामले दर्ज किये गये हैं जबकि पिछले साल 122 रेप हुये थे. इस साल रेप के मामले में बिलासपुर तीसरे नंबर पर है. बिलासपुर में 110 रेप के मामले दर्ज किये गये हैं. जबकि पिछले साल बिलासपुर रेप के मामले में दूसरे नंबर पर रहा था. बिलासपुर में पिछले साल 168 रेप हुये थे.
इस साल रेप के सबसे कम मामले बीजापुर तथा सुकमा में दर्ज किये गये हैं. यहां 4-4 रेप के मामले दर्ज हुये हैं. दंतेवाड़ा में इस साल रेप के 10 मामले दर्ज किये गये हैं.
आपको जानकर हैरत होगा कि छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा रेप पड़ोसी ही करते हैं. केन्द्र सरकार द्वारा जारी एक आंकड़ें के अनुसार साल 2015 में छत्तीसगढ़ में जितने रेप हुये हैं उनमें से 18 फीसदी पड़ोसियों ने ही किया है.
छत्तीसगढ़ में साल 2015 में कुल 1560 रेप के केस दर्ज किये गये हैं. जिनमें से 284 पड़ोसियों ने, 93 रिश्तेदारों ने तथा 63 निकट के रिश्तेदारों ने किये हैं. इतना ही नहीं 19 मामलों में तो वहशी की भूमिका पिता, दादा, भाई तथा पुत्र ने निबाही है.
जाहिर है कि महिलायें यदि सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं तो घरों में ही हैं. ऐसे में सरकार से ज्यादा समाज की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है. आकड़े गवाह हैं कि समाज को ही अपने को सुधारना होगा तभी जाकर रेप जैसे सामाजिक कलंक से मुक्ति मिल सकती है.
छत्तीसगढ़ में साल 2015 में कुल 1560 रेप हुये हैं जिनमें से 1510 मामलों में यह कुकृत्य जान पहचान वालों ने की है. केवल 50 रेप अनजान लोगों ने किया है.
इस तरह से केवल 3 फीसदी रेप अनजान लोगों द्वारा किये गये हैं. क्या इन सरकारी आकड़ों के बाद महिलाओं तथा लड़कियों को अपने जान पहचान वालों से सबसे ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है?