आदिवासी इलाकों में 15 हाई स्कूल
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल इलाकों में 15 मिडिल स्कूल को हाई स्कूल का दर्जा दे दिया गया है. इससे यहा के बच्चों को हाई स्कूल की पढ़ाई के लिये गांव के बाहर नहीं जाना पड़ेगा. इनमें से तेरह स्कूल राज्य के नक्सल हिंसा पीड़ित बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर, कांकेर, राजनांदगांव और जशपुर जिलों में स्थित हैं. रायगढ़ जिले में दो मिडिल स्कूलों का दर्जा बढ़ाया गया है. छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री केदार कश्यप इस बात की जानकारी दी है.
छत्तीसगढ़ के मंत्री केदार कश्यप ने बताया कि उन्नयन आदेश के तहत इन सभी नवीन हाई स्कूलों में राज्य शासन द्वारा अध्यापन कार्य के सुचारू संचालन और बच्चों की सुविधा के लिए कुल 210 पद भी स्वीकृत किए गए हैं. इनमें प्राचार्यो के 15, पंचायत संवर्ग के व्याख्याताओं के 90, लेखापाल/सहायक ग्रेड-2 के 15, सहायक शिक्षक, विज्ञान /सहायक शिक्षक, पंचायत के 15, सहायक ग्रेड-3 के 15 और नियमित भृत्यों के 30 पद भी शामिल हैं.
इनके अलावा आकस्मिकता स्थापना से चौकीदारों के 15 और कलेक्टर दर पर अंशकालिक स्वीपर के 15 पद भी मंजूर किए गए हैं. इन नवीन हाई स्कूलों में चालू वित्तीय वर्ष 2014-15 में आवर्ती और अनावर्ती व्यय के लिए एक करोड़ रूपए की वित्तीय मंजूरी भी उन्नयन आदेश में ही प्रदान कर दी गयी है. अधिकारियों को हाई स्कूलों की स्थापना के लिए आवश्यक कार्रवाई तुरन्त शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं.