शौचालय-कूड़ेदान पर गांधी का चश्मा क्यों?
बिलासपुर | संवाददाता: स्वच्छ भारत अभियान में महात्मा गांधी के चश्मे के उपयोग को लेकर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है. अदालत ने याचिका की त्रुटियों को ध्यान में रखते हुये स्वतः संज्ञान लिया है.
भिलाई के पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता बदरुद्दीन कुरैशी ने आरोप लगाया था कि सत्य और अहिंसा के लिये पूरे देश में पूजे जाने वाले महात्मा गांधी के चश्मे को स्वच्छ भारत अभियान के लोगो के तौर पर शौचालयों और कूड़ेदानों में चस्पा किया जा रहा है. कुरैशी का कहना था स्वच्छ भारत अभियान में लगे अधिकारी क्या अपने पूर्वजों की तस्वीर कूड़ेदान या शौचालयों में लगवाना पसंद करेंगे. कुरैशी ने पिछले महीने इस संबंध में केंद्र और राज्य सरकार को पत्र लिख कर इस पर रोक लगाने की मांग की थी.
ऐसा नहीं किये जाने के बाद कुरैशी ने छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में जनहित याचिज का दायर की. याचिका में कहा गया कि महात्मा गांधी की पहचान स्वच्छता अभियान के लिये नहीं है. पूरी दुनिया गांधी जी को उनके सत्य औऱ अहिंसा के सिद्धांत के लिये जानती है. याचिका पर सुनवाई करते हुये अदालत ने केंद्र और राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है. अदालत ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को इस संबंध में स्वतः संज्ञान लेने के लिये भी कहा है.