छत्तीसगढ़ ने बनवाया हज-एप्प
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के हज यात्री एक-दूसरे की लोकेशन की ताजा जानकारी के लिए सूचना प्रौद्योगिकी पर आधारित हज-एप्प का इस्तेमाल करेंगे. कमेटी के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज के अनुसार यह हज-एप्प एण्ड्रॉयड मोबाइल फोन पर संचालित होगा. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की विशेष पहल पर इस मोबाइल एप्लीकेशन को राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य हज कमेटी के माध्यम से विकसित कराया गया है.
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा छत्तीसगढ़ के हज यात्रियों को उनके मोबाइल फोन के साथ यह एप्लीकेशन निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है. राज्य सरकार भी हज यात्रियों को मोबाइल फोन की सुविधा दे रही है, जिसे यात्रा से लौटने के बाद वे हज कमेटी में जमा कर देंगे और अगले तीन साल की हज यात्राओं में जाने वाले यात्री भी बारी-बारी से इसका इस्तेमाल कर सकेंगे.
छत्तीसगढ़ राज्य हज कमेटी द्वारा रविवार को राजधानी रायपुर स्थित नवीन विश्राम भवन के सभाकक्ष में हज यात्रियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम किया गया, जिसमें उन्हें इस मोबाइल एप्लीकेशन के इस्तेमाल के तौर-तरीकों की जानकारी दी गई. हज कमेटी के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने कार्यक्रम में बताया कि देश और दुनिया में पहली बार अपने राज्य के हज यात्रियों की सुविधा के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी पर आधारित इस आधुनिक टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है.
छत्तीसगढ़ के हज यात्रियों के लिए अपनी हज यात्रा में इस आधुनिक संचार टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल का यह पहला अवसर होगा. प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन सत्र में हज कमेटी के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने बताया कि इस वर्ष छत्तीसगढ़ से लगभग 332 यात्री हज यात्रा पर जा रहे हैं. राज्य शासन द्वारा हज यात्रियों को उनकी यात्रा के दौरान उपयोग के लिए मोबाइल फोन भी उपलब्ध कराये जाएंगे.
डॉ. राज ने बताया कि इस एप्लीकेशन के उपयोग से यात्रियों की परेशानियां कम होंगी. फोन कॉल पर खर्च होने वाली राशि बचेगी, इसमें नेटवर्क कव्हरेज जैसी समस्याएं नहीं होंगी, हज यात्रियों की लोकेशन आसानी से मिल सकेगी और संदेशों का अदान-प्रदान निःशुल्क हो सकेगा. जिन हज यात्रियों के पास स्वयं का मोबाइल फोन है, उन्हें भी यह हज-एप्प निःशुल्क दिया जा रहा है.