छत्तीसगढ़बिलासपुर

गौरांग हत्याकांड SC में

बिलासपुर | संवाददाता: बिलासपुर के बहुचर्चित गौरांग बोबड़े हत्याकांड का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. गौरांग बोबड़े की गैर-इरादतन हत्या के आरोप में जेल में बंद किंशुक अग्रवाल, करण खुशलानी तथा अंकित मल्होत्रा की ओर से मशहूर वकील हरीश साल्वे ने जमानत के लिये याचिका लगाई है.

इऩ तीनों के अलावा करण जायसवाल भी इस हत्याकांड में शामिल होने के कारण जेल में बंद है. सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस जेएस मेहर तथा अरूण मिश्र की डबल बेंच में मामने की सुनवाई हुई. गौरांग बोबड़े के पिता श्रीरंग बोबड़े की ओर से आपत्तिकर्ता के रूप में वकील अभिनव श्रीवास्तव अदालत में पेश हुये.

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अभिनव श्रीवास्तव ने आपत्ति करते हुये कहा कि मेग्नेटो मॉल के सीसीटीवी फुटेज में मृतक को आरोपियों द्वारा धक्का देते हुये साफ देखा जा सकता है.

इस पर संज्ञान लेते हुये सुप्रीम कोर्ट की डबल बेंच ने छत्तीसगढ़ की स्टेट काउंसिल को मेग्नेटो मॉल के सीसीटीवी के फुटेज की जांच करके 16 दिसंबर तक रिपोर्ट सैंपने के लिये कहा है.

उल्लेखनीय है कि गौरांग बोबड़े की 22 जुलाई रात को बिलासपुर के मेग्नेटो माल में हत्या कर दी गई थी.

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