छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर नहीं दिए गए 3 अलंकरण
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस पर संस्कृत के क्षेत्र में दिया जाने वाले अलंकरण किसी को नहीं दिया गया. राज्य सरकार ने इस साल ऊर्दू भाषा में योगदान के लिए दिया जाने वाला हाजी हसन अली सम्मान भी किसी को नहीं दिया.
इसके अलावा, संस्कृति विभाग की ओर से इस साल सुप्रसिद्ध रंगकर्मी हबीब तनवीर के नाम से स्थापित अलंकरण के लिए भी, रंगकर्मियों से आवेदन आमंत्रित किए गए थे. लेकिन इस साल यह सम्मान भी किसी को नहीं दिया गया.
मध्यप्रदेश से अलग होने के बाद से छत्तीसगढ़ राज्य हर वर्ष विभिन्न क्षेत्रों में निरंतर योगदान देने वाले उत्कृष्ट व्यक्तियों को सम्मानित करता रहा है.
राज्य के स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर छत्तीसगढ़ इन उपलब्धियों को मान्यता देता है और ऐसे लोगों को सम्मानित करता है.
राज्य में अलग-अलग क्षेत्र में उत्कृष्ट और उल्लेखनीय योगदान देने वालों से ये विभाग आवेदन पत्र आमंत्रित करते हैं और फिर अलग-अलग जूरी, इन नामों का चयन करती है.
इस साल राज्य सरकार ने 36 अलग-अलग श्रेणियों के अलंकरण से लोगों को सम्मानित किया. लेकिन संस्कृत, रंगकर्म और ऊर्दू के अलंकरण नहीं दिये जाने को लेकर चर्चा जारी है.