छत्तीसगढ़ में फ्लाई ऐश से बनेंगीं सड़के
बिलासपुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ में ताप विद्युत संयंत्रों से निकलने वाली फ्लाई ऐश को खपाने का शासन ने एक नायाब तरीका ढ़ूढ़ निकाला है. छत्तीसगढ़ शासन के पीडब्ल्यूडी के उप सचिव जेएम लुलु ने आदेश जारी किया है कि अब से पीडब्ल्यूडी की सड़कों में फ्लाई ऐश का उपयोग करना पड़ेगा. इसके लिये शासन ने अनिवार्य कर दिया है कि ताप विद्युत संयंत्र के 100 किलोमीटर के दायरे में सड़कों के निर्माण में फ्लाई ऐश का ही उपयोग किया जाये.
ताप विद्युत संयंत्रों से निकलने वाले फ्लाई ऐश का उपयोग सड़कों के बेस बनाने में किया जायेगा. हालांकि, इसका सड़कों के गुणवत्ता पर क्या असर पड़ेगा यह कहना अभी मुश्किल है परन्तु पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले फ्लाई ऐश का उपयोग होने से इसे ढेर लगने से बचा जा सकता है.
वैसे इससे सड़कों के निर्माण का खर्च बढ़ जायेगा क्योंकि ठेकेदारों को इसे राखड़ डैम से साइट तक लाना पड़ेगा. शासन ने इसके परिवहन खर्च को इस्टीमेट में जोड़ने की अनुमति दी है. उल्लेखनीय है कि सरकार ने पहले से ही सरकारी निर्माण कार्यों में फ्लाई ऐश के ईंटो के उपयोग को अनिवार्य कर रखा है. फ्लाई ऐश सरकार की ओर से मुफ्त में प्रदान किया जाता है.
गौरतलब है कि ताप विद्युत संयंत्रो से निकलने वाले वाले फ्लाई ऐश हवा में मिलकर स्वास्थ्य को हानि पहुचाते हैं. इसी कारण से छत्तीसगढ़ के ताप विद्युत संयंत्र के पास के इलाकों में सबेरे जागने पर घर के आंगन में फ्लाई ऐश की परत साफ देखी जा सकती है. इन इलाकों में स्वाश तथा स्कीन की बीमारी भी ज्यादा होती हैं.