छत्तीसगढ़ के मछुआरों को मकान मिला
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में पिछले 9 सालों में 1 हजार से भी ज्यादा मछुआरों को मकान बनाने के लिय सहायता राशि दी जा रही है. मछुआरों के लिए मकान भवन बनवाने केन्द्र और राज्य शासन से 50-50 फीसदी की राशि दी जाती है. प्रत्येक आवास के लिए 50 हजार रूपए की सहायता दी जाती है.
इसके अलावा प्रत्येक दस मकान के बीच एक नलकूप तथा एक सामुदायिक भवन भी बनाए जाते हैं. नलकूप के लिए 30 हजार रूपए और सामुदायिक भवन के लिए एक लाख 75 हजार रूपए दिए जाते हैं.
छत्तीसगढ़ के मछली पालन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि महासमुंद जिले के कोडार जलाशय के नजदीक 40, गंगरेल बांध के नजदीक 20 तथा बांगो बांध के नजदीक 79 आवास भवन बनाए जा चुके हैं. मछली पालन मंत्री ने यह भी बताया कि वर्ष 2005-06 में 240, वर्ष 2006-07 में 98, वर्ष 2007-08 में 40, वर्ष 2011-12 में 86 मकान, वर्ष 2012-13 में 200 मकान तथा वर्ष 2013-14 में 400 मकान मछुआरों के लिए बनाए गए.
मछली पालन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने यह भी बताया कि योजना के तहत छत्तीसगढ़ के मछुआरों के मकानों की मरम्मत के लिए भी सहायता दी जाती है.