बस्तर

छत्तीसगढ़: पहला निर्भया केंद्र प्रारंभ

दंतेवाड़ा | संवाददाता: छत्तीसगढ़ का पहला निर्भया केंद्र दंतेवाड़ा में आज प्रारंभ हो गया. हाईकोर्ट जस्टिस टी.पी.शर्मा ने इसका शुभारंभ किया. यहाँ पीडि़त महिलाओं को नि:शुल्क विधिक सहायता मिल पाएगी. इस केंद्र के उद्घाटन पर प्रसन्नता प्रकट करते हुए जस्टिस शर्मा ने कहा कि निर्भया केंद्र खुलने से पीडि़त महिलाओं को काफी सहायता मिल सकेगी. इस केंद्र के आरंभ होने से उन्हें विधिक सलाह लेने भटकना नहीं पड़ेगा. साथ ही इस केंद्र के माध्यम से उन्हें अपने विधिक अधिकारों की जानकारी भी हो पाएगी.

केंद्र का संचालन विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किया जाएगा तथा इसके संचालन के लिए नोडल विभाग महिला एवं बाल विकास विभाग को बनाया गया है. केंद्र में निकट भविष्य में स्वास्थ्य सेवाएँ तथा काउंसिलिंग भी हो पाएगी तथा वीडियो कांफ्रेंसिंग का लाभ भी मिलेगी.

इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश निर्मल मिंज, राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव रजनीश श्रीवास्तव, न्यायिक मजिस्ट्रेट एम.के.राज, अपर सत्र न्यायाधीश मानवेंद्र सिंह, अपर सत्र न्यायाधीश धनेश्वरी सिदार, सीएजएम मधुसूदन चंद्राकर, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एस.एस.कश्यप भी उपस्थित थे.

इस दौरान जस्टिस शर्मा ने महिला सशक्तिकरण केंद्र शक्ति का अवलोकन किया. महिला एवं बाल विकास अधिकारी अभिषेक त्रिपाठी ने उन्हें शक्ति में कार्य कर रहे स्वसहायतासमूहों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. जस्टिस शर्मा ने इस अभिनव पहल की बहुत प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि अत्याचार पीडि़त महिलाओं का भी समूह बनाएँ ताकि वे अपने पैरों पर खड़ी हो सकें. इस दौरान निर्भया केंद्र में सेवाएँ देने वाले अधिवक्ता हरिलाल डेगल एवं पैरा लीगल एडवाइजर सुषमा सक्सेना भी उपस्थित थीं.

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