छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ देश में नकली नोटों की राजधानी

नई दिल्ली | संवाददाता: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आकड़ों के आधार पर छत्तीसगढ़ को नकली नोटों की राजधानी कहा जा सकता है. वैसे राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा नकली नोट गुजरात से बरामद हुये हैं परन्तु रकम के मामले में छत्तीसगढ़ ने गुजरात को पीछे छोड़ दिया है. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार साल 2014 में छत्तीसगढ़ से 73 लाख 86 हजार 900 नकली नोट बरामद हुये जिनका मूल्य 7 अरब 30 करोड़ 40 लाख 90 हजार 000 भारतीय रुपये हैं.

वहीं गुजरात से 87 लाख 47 हजार 820 नकली नोट बरामद किये गये जिनका मूल्य 6 अरब 57 करोड़ 67 लाख 47 हजार 500 भारतीय रुपये का है. नकली नोट बरामदगी के मामले मे देश में गुजरात अग्रणी है परन्तु उनके मूल्य के मामले में छत्तीसगढ़ गुजरात से भी आगे है.

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार छत्तीसगढ़ में साल 2014 में निम्न नकली नोट बरामद हुये-

1000’s-7224000= 7,22,40,00,000

500’s-159500= 7,97,50,000

100’s-3400= 3,40,000

Grand Total= 7,30,40,90,000

वहीं गुजरात में-

1000’s-4595000= 4,59,50,00,000

500’s-3916500= 1,95,82,50,000

100’s-233700= 2,33,70,000

50’s-2550= 1,27,500

Grand Total- 6,57,67,47,500

जाली नोट कथित रूप से पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलीजेंस एजेंसी द्वारा भारतीय राज्यों में खपाए जा रहे हैं.

वर्ष 2014 में देशभर से जब्त किए गए 3,03,54,604 जाली नोटों में से 87,47,820 नोट गुजरात से बरामद किए गए थे.

वहीं, छत्तीसगढ़ में 73,86,900; जबकि आंध्र प्रदेश में 54,37,600; पंजाब में 32,49,000 और हरियाणा में 16,96,850 जाली नोट बरामद हुए थे.

नकली नोटों को खपाने की कारसाजी पर नजर रख रहे पुलिस अधिकारियों ने आशंका जताई है कि आईएसआई भारत में 1,000 और 5,00 रुपये के नकली नोट ज्यादा खपा रहा है, क्योंकि यह पाकिस्तान के 1,000 और 5,00 रुपये के नोट से काफी मिलते हैं.

अधिकारियों ने कहा कि वे पिछले कुछ महीनों से गौर कर रहे हैं कि असली और नकली नोटों के बीच फर्क कम हो रहा है और ऐसे करीब पांच अंतर असल मायने में करीब-करीब गायब ही हो गए हैं.

एक अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा, “नोट बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा कागज अब ज्यादा समान है. करारापन लगभग एक जैसा है. नकली नोटों पर नजर आने वाला सुरक्षा धागा (दाईं ओर के आधे हिस्से में) भी असली नोट के सुरक्षा धागा जैसा ही दिखता है.”

अधिकारी ने कहा, “धुंधला प्रतीक (महात्मा गांधी का हल्का सा चित्र) भी करीब-करीब मेल खाता है.”

देशभर में जब्त किए गए 30,354,604 नकली नोटों में 1,000 रुपये के नोटों की संख्या सर्वाधिक 19,895,000 थी.

देशभर से बरामद हुए 500, 100 और 50 रुपये के नकली नोटों की संख्या क्रमश: 9,490,500; 9,38,800 और 25,000 थी.

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के डाटा के मुताबिक, छत्तीसगढ़ राज्य में 1,000 रुपये के सर्वाधिक 72,24,000 नकली नोट बरामद किए गए थे.

नकली नोटों की बरामदगी के मामले में गुजरात दूसरे स्थान पर है. यहां 1,000 रुपये के 24,41,000 नकली नोट बरामद हुए. पंजाब में 31,79,000 और आंध्र प्रदेश में 24,41,000 नकली नोट बरामद हुए थे.

भारतीय खुफिया एजेंसियां इस बात से चिंतित हैं कि जाली भारतीय करेंसी नोट के कुछ पारंपरिक तस्करी मार्ग बंद किए जाने के बावजूद देश में नकली नोट पहुंचने का सिलसिला उसी रफ्तार से जारी है. (एजेंसी इनपुट के साथ)

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