छत्तीसगढ़ में हर तीसरे दिन जादू-टोना के नाम पर हत्या
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में तंत्र-मंत्र और जादू-टोना के चक्कर में, पिछले 37 दिनों में औसतन हर तीसरे दिन एक व्यक्ति की जान गई है. इन 37 दिनों में अब तक 14 लोगों की जान जा चुकी है.
कहीं किसी ने तंत्र-मंत्र के चक्कर में खुद की जान दे दी तो कहीं किसी ने जान ले ली. जादू-टोना के चक्कर में रिश्ते-नाते और सामाजिक ताना-बाना तार-तार होते रहे.
अंधविश्वास की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. जादू-टोना के नाम पर प्रताड़ित करने और मार-पीट के तो कई मामले सामने आ चुके हैं.
शनिवार की भयावह घटना में तो छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक युवक ने शिव मंदिर में रखे त्रिशूल से अपनी बुजुर्ग दादी की हत्या कर दी. उसके बाद दादी के खून से शिवलिंग का अभिषेक किया. फिर वहां मंत्र लिखा और उसी त्रिशूल को अपने गले में मार लिया. युवक को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
19 अक्टूबर 2024
दुर्ग
नंदनी थाना क्षेत्र में 35 साल के गुलशन बन गोस्वामी ने अपनी दादी रुक्मणि गोस्वामी की त्रिशूले से हत्या कर दी. इसके बाद खुद भी जान देने की कोशिश की.
18 अक्टूबर 2024
सक्ती
बाराद्वार के तांदुलडीह गांव में, कई दिनों से भूखे-प्यासे, कमरे में बंद हो कर तंत्र-मंत्र और पूजा पाठ कर रहे एक परिवार में मां और सगी बहनों ने 25 साल के विकास सिदार और 22 साल के विक्की सिदार की हत्या कर दी.
14 अक्टूबर 2024
कांकेर
कोरर इलाके के बासकुण्ड में बैगा का काम करने वाले सुगुनराम उसेंडी (70) साल की गांव के ही 23 साल से कम उम्र के 6 युवाओं ने कुल्हाड़ी मार कर हत्या कर दी. इन सभी को शक था कि इनके पिताओं और भाई की मौत के पीछे सुगुनराम का जादू टोना ही मुख्य कारण है.
5 अक्टूबर 2024
रायपुर
धरसींवा के निनवा गांव में 55 साल के भुवनेश्वर यादव ने अपने घर के पूजास्थल में कैंची से अपनी गर्दन काट कर जान दे दी. परिजनों का कहना है कि मृतक बेहद धार्मिक प्रवृत्ति का था.
15 सितंबर 2024
सुकमा
कोंटा के मुरलीगुड़ा कैंप के पास इटकल गांव में, जादू-टोने के शक में दिन-दहाड़े हेड-कॉन्स्टेबल और उसके परिवार के चार सदस्यों को पूरे गांव के ही लोगों ने पीट-पीट कर मार डाला. इस घटना में कुल 5 लोग मारे गए थे. मारे जाने वालों में मौसम कन्ना (60), मौसम बुच्चा (34), मौसम बिरी (55), मौसम अरजो (32) और करका लच्छी (32) शामिल थे.
12 सितंबर 2024
बलौदा बाज़ार-भाटापारा
कसडोल थाना क्षेत्र के छरछेड़ गांव में शाम करीब 6.30 बजे, जादू-टोना के शक में 11 महीने के मासूम बच्चे समेत एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या कर दी गई. मारे जाने वालों में चैतराम कैवर्त्य (47), उनकी बहनें – जमुना (28) और यशोदा (30) और जमुना का 11 महीने का बेटा यश शामिल था.