तकनीकी कॉलेजों की 8 हजार सीटें खाली
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के इंजीनियरिंग कॉलेजों में करीब 8000 सीटें खाली हैं. छत्तीसगढ़ के इंजीनियरिंग कॉलेजों में 16,000 सीटें हैं जिनमें से आधी खाली पड़ी हुई है. छत्तीसगढ़ में स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्याल से संबंधित 44 इंजीनियरिंग कॉलेज हैं जिनमें ये सीटें खाली पड़ी हुई हैं.
छात्रों का आकर्षण सिविल, इलेक्ट्रिकल्स,इलेक्ट्रनिक्स, मैकेनिकल तथा कंप्यूटर इंजीनियरिंग में ही है. कई कॉलेजों में अन्य ब्रांचों में एक भी छात्र ने प्रवेश नहीं लिया है.
इसके ठीक उलट छत्तीसगढ़ के तीनों सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में सभी सीटें फुल हैं. राज्य में एनआईटी तथा आईआईटी के कॉलेज खुलने के बाद अच्छे छात्र उनमें चले जा रहें हैं.
इक जमाना था जब लोग अपने बच्चों को डॉक्टर या इंजीनियर बनाना चाहते थे. परन्तु इंजीनियरिंग क्षेत्र में नौकरी की कमी को देखते हुये अब इस क्षेत्र में चात्रों की रुचि कम हो गई है.
आजकल, छात्र इंजीनियरिंग के स्थान पर पांच साल के कानून की पढ़ाई को ज्यादा वरीयता दे रहें हैं.
जानकारों का मानना है कि साल 2008 से शुरु हुआ मंदी के बाद उद्योग-धंधे मंदे हो गये हैं इसलिये गिने-चुने तथा अग्रणी कॉलेजों से पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को ही नौकरिया मिल पा रही है.