छत्तीसगढ़ टेप कांड जांच पर सवाल
रायपुर | संवाददाता: कांग्रेस ने टेप कांड की जांच को लेकर सवाल खड़े किये हैं. अंतागढ़ उपचुनाव में कथित लेन-देन के टेप के मामले में चुनाव आयोग की जांच को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने अनुरोध किया है कि इसकी जांच बाहर के किसी अधिकारी से कराई जाये.
गौरतलब है कि 13 सितंबर 2014 को बस्तर के अंतागढ़ विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव हुआ था, जिसमें कुल 13 उम्मीदवार मैदान में थे. लेकिन चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस उम्मीदवार मंतूराम पवार ने अपना नामांकन वापस ले लिया था. हालत ये हुए थे कि नामांकन वापसी के अंतिम दिन भाजपा ने निर्विरोध चुनाव जीतने के लिए कोशिशें शुरू की और एक-एक कर 10 उम्मीदवार चुनाव मैदान से हट गए थे. इस सीट पर भाजपा के भोजराज नाग ने जीत हासिल की थी.
इसी सप्ताह एक टेप के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने खबर छापी कि इस उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार को मैदान से हटाने को लेकर करोड़ों रुपये का लेन-देन हुआ है. इस कथित लेनदेन के टेप में राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह के परिजनों और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, उनके बेटे अमित जोगी समेत कुछ स्थानीय नेताओं के बीच बातचीत का आरोप है. इस खबर के बाद चुनाव आयोग ने राज्य के मुख्यसचिव को जांच कर एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है.
चुनाव आयोग के इस जांच के निर्देश को लेकर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा है कि मुख्य सचिव पूरी तरह से मुख्यमंत्री के नियंत्रण में होते हैं, इसलिये मुख्यमंत्री के ही खिलाफ उनकी जांच को निष्पक्ष नहीं माना जा सकता. बघेल ने मांग की है कि पूरे मामले की जांच राज्य के बाहर के अधिकारी से कराई जाये.