इनके कामकाज का आज होगा फैसला
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ विधानसभा की 90 सीटों के लिए मतगणना शुरू हो गई है. सबसे पहले मतपत्रों की गिनती होगी, इसके बाद ईवीएम के नतीजे आएंगे. सरकार बनाने के लिये 46 सीटों की जरुरत होगी.
पिछले चुनाव में भाजपा को 49 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस को 39 सीटें. एक सीट बसपा को मिली थी तो एक सीट निर्दलीय ने जीता था.
छत्तीसगढ़ की अधिकांश सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई है. लेकिन बसपा और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का गठबंधन कहीं-कहीं चुनौती पेश कर सकता है. कुछ सीटों पर सीपीआई और आप पार्टी की भी हार-जीत में बड़ी भूमिका हो सकती है. कम से कम एक सीट पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी असर डालेगी.
मंगलवार को जिन दिग्गजों के कामकाज का फैसला होगा, उनमें रमन सिंह, भूपेश बघेल, अजीत जोगी, टीएस सिंहदेव, चरणदास महंत, धरमलाल कौशिक शामिल हैं. इनके अलावा रमन मंत्रीमंडल के कई सदस्यों की भी हार-जीत आज तय होगी.
छत्तीसगढ़ में 2013 में हुये चुनाव में भाजपा को 41.04 प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस पार्टी को 40.29 प्रतिशत वोट मिले थे. इसी तरह बसपा, सीपीआई और सीपीएम समेत अन्य दलों को 18.67 प्रतिशत वोट मिले थे.
छत्तीसगढ़ में इस बार कई विधायक ऐसे हैं, जो लगातार चुनाव जीत कर इतिहास दर्ज कर सकते हैं. इनमें रायपुर से भाजपा के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल सातवीं बार जीत दर्ज करेंगे. इसके अलावा बिलासपुर के मंत्री अमर अग्रवाल अगर इस बार चुनाव में जीतते हैं तो यह राज्य बनने के बाद उनकी चौंथी जीत होगी. इससे पहले 1998 में भी वे मध्यप्रदेश में चुनाव जीते थे.
कांग्रेस के कोंटा विधानसभा के विधायक कवासी लखमा अगर इस बार जीतने में सफल हुये तो वो भी एक रिकार्ड बनायेंगे. वे 1998 से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं. यह उनकी पांचवीं जीत होगी.
इसी तरह भाजपा और कांग्रेस से जीत कर 1998 से लगातार विधानसभा पहुंचने वाले रामदयाल उइके फिर से चुनाव मैदान में हैं और अगर इस बार जीत दर्ज करते हैं तो यह उनकी भी पांचवीं जीत होगी.
छत्तीसगढ़ में कई विधायक ऐसे हैं, जो 2003 से लगातार विधानसभा पहुंचते रहे हैं. इनमें भाजपा के विधायक देवजी पटेल, राजेश मूणत, विक्रम उसेंडी और दयाल दास शामिल हैं. इसके अलावा कांग्रेस पार्टी के अमरजीत भगत भी चौंथी बार विधानसभा चुनाव मैदान में हैं.