छत्तीसगढ़ में आंधी-बारिश
बिलासपुर | एजेंसी: नेपाल में आए जोरदार भूकंप का असर समूचे भारत और छत्तीसगढ़ में भी देखा गया. भूकंप से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अफरातफरी मच गई. इसके कुछ ही घंटे बाद आंधी-तूफान के साथ आई बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया. भूकंप से राजधानी रायपुर में नगर निगम भवन की दीवारों में दरार आ गई. गरियाबंद, महासमुंद, बलरामपुर, कोरिया, कोरबा, भिलाई और दुर्ग में भी भूकंप की वजह से दहशत का माहौल रहा.
भूकंप के बाद दोपहर में राज्य के कई हिस्सों में आंधी-तूफान के साथ जोरदार बारिश हुई. इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. बिजली व्यवस्था भी चरमरा गई. बारिश होते ही समूचा अंधेरा छा गया. कई जगह पेड़ धराशायी हो गए. अंबिकापुर और कवर्धा में भी बारिश हुई.
अंबिकापुर में सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए. रायगढ़ जिले के घरघोड़ा, धर्मजैगढ़ सहित कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. पूरे सरगुजा संभाग में भूकंप का असर रहा. यहां दो बार भूकंप आया.
कोरबा और बिलासपुर में भी भूकंप के हलके झटके से खलबली मच गई. कोरबा के बालको, निहारिका, एसएस प्लाजा, सीएसइबी पॉवर प्लांट के अलावा कई क्षेत्रों में लोग घरों से बाहर निकल आए.
अंबिकापुर में भूकंप के तेज झटके से नगर निगम में कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई. कर्मचारी दफ्तर से बाहर निकल आए.
झारखंड से लगे छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकोंमें भी तेज झटके महसूस किए गए. जांजगीर में हल्के भूकंप के झटके महसूस किए गए. यहां तकरीबन 50 सेकंड तक कंपन हुआ. लोग दहशत में घर से बाहर निकल आए.
राजधानी से लगे दुर्ग जिले में भिलाई इस्पात संयत्र के इस्पात भवन, सूर्या मॉल व सेक्टर-1 स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा, इस्पात भवन सहित अन्य जगहों को तत्काल खाली कराया गया.