धर्मजीत ने छोड़ा हाथ, हुये जोगी के साथ
बिलासपुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष तथा लोरमी के पूर्व विधायक धर्मजीत सिंह ने आखिरकार कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. धर्मजीत सिंह ने कांग्रेस पर उपेक्षा का आरोप लगाया है. उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा है.
उन्होंने छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल पर आरोप लगाया है कि उन्होंने भाजपा सरकार के खिलाफ़ बड़ा आंदोलन खड़ा करने के स्थान पर अजीत जोगी को अपना निशाना बनाया.
उन्होंने दावा किया कि 21 जून को ठाठापुर में जोगी की सभा में मरवाही में कांग्रेस की सभा से ज्यादा भीड़ होगी. धर्मजीत ने कहा कि उसी समय पता चल जायेगा कि किसमें कितनी ताकत है.
इससे पहले धर्मजीत सिंह ने एक साक्षात्कार में कहा था कि “महंत अब कैरम खेलें और मिठाई खायें उन्हें लोकसभा और विधानसभा से भी राहत मिलने वाली है. चरणदास महंत कभी केन्द्रीय मंत्री की तरह नजर ही नहीं आये. जोड़ तोड़ कर बना मंत्री आखिर कर भी क्या सकता है.”
अपने कांग्रेस छोड़ने के सवाल पर धर्मजीत ने कहा था, “पिछले दो साल से प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने विधानसभा के अन्दर और बाहर सरकार के खिलाफ कोई बड़ा आंदोलन खड़ा नहीं किया. नेता प्रतिपक्ष सदन में तीन बार माफी मांगे तो पार्टी की छवि खराब होती है. हमारा लक्ष्य भाजपा को उखाड़ फेंकना था लेकिन भूपेश ने जोगी और समर्थकों को ही निशाना बना लिया. आखिर कोई कब तक अपमान झेलेगा. इसलिए नयी पार्टी गठन करने का निर्णय लिया गया.”