छत्तीसगढ़: भ्रष्ट्राचारियों का स्वर्ग
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ देश में भ्रष्ट्राचार की जांच न करने में अग्रणी है. केन्द्र सरकार द्वारा जारी अपराध अनुसंधान ब्यूरो के 2015 के रिपोर्ट से इसका खुलासा होता है. इस रिपोर्ट के अनुसार देश के 29 राज्यों में साल 2015 में एंटी करप्शन ब्यूरो तथा विजिलेंस विभाग द्वारा संज्ञेय अपराध के रूप में दर्ज 147 मामलों की जांच नहीं की गई या उनकी जांच बंद कर दी गई है जिसमें से 81 मामलें छत्तीसगढ़ के ही हैं.
छत्तीसगढ़ में प्रिवेंन्सन ऑफ करप्शन एक्ट 1988 के तहत साल 2015 में 50 नये मामले सामने आये. साल 2014 के 101 मामले पहले से ही थे. इस तरह से छत्तीसगढ़ में साल 2015 में 151 भ्रष्ट्राचार के मामलों की जांच करनी थी.
राष्ट्रीय अपराध अनुसंधान ब्यूरो के आकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में साल 2015 में 70 मामलों की जांच की गई तथा 81 मामलों की जांच या तो नहीं की गई या उनकी जांच बंद कर दी गई है.
छत्तीसगढ़ के अलावा जम्मू-कश्मीर में 10, कर्नाटक में 10, केरल में 5, महाराष्ट्र में 1, पंजाब में 9 तथा उत्तर प्रदेश में 29 मामलों की जांच नहीं की गई या उनकी जांच बंद कर दी गई है.