चुनाव विशेषछत्तीसगढ़

आईबीएन के सर्वे तथ्यहीन-कांग्रेस

रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ की कांग्रेस पार्टी ने आईबीएन-7 और वीक के लिये सीएसडीएस द्वारा कराये गये सर्वे को तथ्यहीन बताया है. कांग्रेस ने कहा है कि इस सर्वे में जो आंकड़े पेश किये गये हैं, वे झूठे हैं.

गौरतलब है कि आईबीएन7 और द वीक के लिए सीएसडीएस ने छत्तीसगढ़ में 13 से 20 अक्टूबर के बीच किए गए सर्वे में 25 विधानसभा सीटों की 99 पोलिंग स्टेशनों के 1891 वोटरों से बातचीत करने का दावा किया है. इस सर्वे के मुताबिक भाजपा को छत्तीसगढ़ की 90 सीटों में से 61 से 71 सीटें मिल सकती हैं. जबकि कांग्रेस के हाथ महज 16 से 24 सीटें लगने की बात कही गई है. बसपा शून्य से 2 सीटें हासिल कर सकती है. जबकि अन्य 1 से 5 सीटें जीत सकते हैं.

इस सर्वे को लेकर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि आईबीए-7 के इस सर्वे में जो मापदंड अपनाया तथा इन तथ्यों को अपने सर्वे में बताया है, वे वास्तविकता से अलग तथा छत्तीसगढ़ की जमीनी हकीकत के विपरीत है.

शुक्ला ने इस सर्वे की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करते हुये कहा है कि इस सर्वे में बताया गया कि 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच मतों का अंतर 7 प्रतिशत का था, जबकि हकीकत यह है कि मतो का अंतर मात्र 1.029 प्रतिशत था. इसके साथ ही इस सर्वे में 25 विधानसभा क्षेत्रों के मात्र 99 मतदान केन्द्रों पर लगभग 1800 लोगों की राय ली गई. इतने संकीर्ण दायरे में किये गये सर्वे के आधार पर पूरे प्रदेश के संभावित चुनावी नतीजे घोषित करना अवैज्ञानिक और अव्यवहारिक है.

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का हर आदमी जानता है और महसूस कर रहा है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति लचर और बदतर हो चुकी है. आईबीएन-7 ने अपने सर्वे में दावा किया है कि लोग रमन सरकार के कानून व्यवस्था से प्रसन्न है. प्रदेश में हर रोज महिलाओं के साथ अत्याचार की घटनायें बढ़ रही है. अपराधियों के हौसले बुलंद है. नक्सलवादी बस्तर से निकल कर राजधानी रायपुर तक पहुंच चुके है. विपक्ष के बड़े नेता नक्सलवादी आक्रमण में मार दिये जाते है. इसके बावजूद कैसे भरोसा किया जायें कि लोग भाजपा सरकार के कानून व्यवस्था से संतुष्ट है.

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा है कि एक तरफ तो सर्वे में दावा किया गया है कि 52 फीसदी लोग प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था से असंतुष्ट है. दूसरी ओर आईबीएन-7 मुख्यमंत्री रमनसिंह को सर्वाधिक लोकप्रियता का तमगा दे रहा है.

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि लोकतंत्र में अपनी राय और विश्लेषण देने का सभी को अधिकार है लेकिन आंकलन करने वाले के द्वारा अपने विश्लेषण में निष्पक्षता नहीं रखी जाती है तो उसके खुद के विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा होना स्वाभाविक है.

कांग्रेस ने दावा किया कि प्रदेश में भाजपा सरकार के कुशासन, वायदा खिलाफी और भ्रष्टाचार के कारण भारी जनाक्रोश है. विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ की जनता भाजपा सरकार के कुशासन से मुक्ति पाने के लिए संकल्पबद्ध है.

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