अकेले छत्तीसगढ़ से देश का 20 फ़ीसदी कोयला उत्पादन
नई दिल्ली | डेस्क : पिछले पांच सालों में छत्तीसगढ़ से 862.425 मिलियन टन कोयला निकाला जा चुका है. पांच सालों में देश के कुल कोयला उत्पादन का यह लगभग 21 फ़ीसदी है.
इन पांच सालों में देश में कुल 4116.186 मिलियन टन कोयले का खनन किया गया.
अकेले 2023-24 के अनंतिम आंकड़े बताते हैं कि इस साल छत्तीसगढ़ से 207.255 मिलियन टन कोयला निकाला जा चुका है.
कोल मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि पिछले पांच सालों में देश भर में कुल 4116.186 मिलियन टन कोयले का खनन किया गया.
2019-20 में छत्तीसगढ़ से 157.745 मिलियन टन कोयला निकाला गया था.
2020-21 में यह आंकड़ा बढ़ कर 158.41 मिलियन टन हो गया.
लेकिन अगले साल यानी 2021-22 में यह घट कर 154.120 मिलियन टन हो गया.
2022-23 में लगभग 30 मिलियन अधिक कोयले का खनन हुआ और आंकड़ा 184.895 मिलियन पहुंच गया.
2023-24 के जो अनंतिम आंकड़े हैं, उसने सारे रिकार्ड तोड़ दिए.
इस साल छत्तीसगढ़ से कुल 207.255 मिलियन टन कोयले का खनन किया गया.
कोयला खनन में 50 फ़ीसदी की बढ़ोत्तरी
छत्तीसगढ़ में पिछले तीन सालों में कैप्टिव व वाणिज्यिक कोयला उत्पादन में 50 फ़ीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है.
2021-22 में छत्तीसगढ़ में 21.20 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया गया.
अगले साल यानी 2022-23 में 27.78 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया गया.
पिछले साल यानी 2023-24 में कैप्टिव व वाणिज्यिक कोयला खदानों में यह उत्पादन बढ़ कर 31.47 मिलियन टन हो गया.
आज की तारीख़ में छत्तीसगढ़ में कैप्टिव व वाणिज्यिक खदानों की संख्या 8 है.
हालांकि हसदेव अरण्य में नये खदानों का आदिवासी लगातार विरोध कर रहे हैं.