सिम्स में पीएम का इंतजार
बिलासपुर | संवाददाता: हड़बड़ाने की कोई बात नहीं है, हम पीएम याने प्रधानमंत्री नहीं पोस्टमार्टम की बात कर रहें हैं. छत्तीसगढ़ के न्यायधानी, बिलासपुर के छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान, सिम्स में शवों को भी अपने साथ न्याय के लिये इंतजार करना पड़ता है. विशेषकर यदि वह रविवार का दिन हो तो.
समाचारों के हवाले से खबर है कि सिम्स में आये दिन ऐसा होता रहता है. खासकर जब रविवार को किसी पोस्टमार्टम की जरूरत पड़ती है तो मृतक के परिजनों को पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक के इंतजार में बैठा रहना पड़ता है. रविवार के दिन वाह्य रोगी विभाग बंद रहता है तथा इमरजेंसी में मरीज आने पर उसका इलाज किया जाता है.
यह सेवा केवल जीवित मरीजों के लिये उपलब्ध है. यदि कोई अपने किसा परिजन के शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिये पहुंच जाये तो उसकी तो मानों शामत आ जाती है. उसे एक बार चिकित्सक तथा एक बार पुलिस के चक्कर लगाने पड़ते हैं. तभी तो कहा जाता है कि सिम्स में पीएम के लिये इंतजार करना पड़ेगा.
समाचारों के हवाले से खबर है कि इस रविवार को भी चार शवों को दोपहर तक इंतजार करना पड़ा था.