अपनों के लिये दूसरे की बलि
बिलासपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के अकलतरा में एक चार वर्षीय बच्चे की बलि देने का मामला सामने आया है. जांजगीर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार एक दंपत्ति ने अपने बेटे की बीमारी को ठीक करने के लिये दूसरे के बच्चे की बलि चढ़ा दी.
मामला अकलतरा के चंगोरी गांव का है जहां के चार वर्षीय बालक सुनील कश्यप की बलि के नाम पर हत्या कर दी गई. बताया जा रहा है कि 11 जुलाई को जब बच्चा अपने घर के बाहर खेल रहा था तब वह अचानक गायब हो गया था. बच्चे के गायब होने के दो दिन बाद गांव के बाहर उसकी लाश मिली.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि छतराम का 22 वर्षीय बेटा सूरज पिछले कुछ महीने से अक्सर बीमार रहता था. तांत्रिकों के सुझाव पर छताराम ने अपने पुत्र की सलामती के लिए बालक की बलि देने की योजना बनाई. योजना के बाद छतराम और उसकी पत्नी ने मिलकर बालक सुनील का अपहरण कर लिया और रात में उसकी हत्या कर शव को गांव के बाहर फेंक दिया.
पुलिस ने चार वर्षीय बालक की हत्या के आरोप में छतराम पटेल, उसकी पत्नी राजकुमारी और दो अन्य तांत्रिक रामायण पटेल और कालीराम को गिरफ्तार कर लिया है.