इनकी कटी टिकट
रायपुर | संवाददाता: भाजपा में 67 सीटों के उम्मीदवारों पर लेकर सवाल शुरु होने लगे हैं. पार्टी के भीतर और बाहर टिकट बंटवारे पर बहसों में यह बात शुरु हो गई है कि आखिर पार्टी ने ऐसे उम्मीदवारों को बाहर का रास्ता क्यों दिखाया, जिनका प्रदर्शन पिछले चुनावों में बेहतर रहा है.
भाजपा द्वारा रविवार को जारी 67 नामों में पिछले चुनावों में 50 फीसदी से ज्यादा मत पाने वाले अपने 3 विधायकों को टिकट देना मुनासिब नही समझा है. इनमें से जशपुर से जगेश्वर राम भगत के स्थान पर राजशरण भगत को, अहिवारा से डोमनलाल कोरसेवाड़ा के स्थान पर सावलराम डाहिरे तथा डोंगरगढ़ से खेदूराम साहू के बजाये दिनेश गांधी को अपना उम्मीदवार बनाया है. गौरतलब है कि 2008 के छत्तीसगढ़ के विधानसभा के चुनावों में भाजपा तथा कांग्रेस से केवल 17 विधायकों ने ही 50 फीसदी से ज्यादा मतो से विजय हासिल की थी.
जबकि जशपुर से जगेश्वर राम भगत ने 15770 मतो से विजय हासिल की थी. उनके मतो का अंतर 12.26 फीसदी था. अहिवारा से डोमनलाल कोरसेवाड़ा को 12651 मतो से विजय मिली थी तथा उनके मतो का अंतर 11 फीसदी था. इसी प्रकार डोंगरगढ़ से खेदूराम साहू को 6.12 फीसदी के अंतर तथा 7415 मतो से विजय मिली थी.
इसी तरह 48.44 फीसदी मत पाने वाले कुनकुरी के भरत साय के स्थान पर रोहित साय को अम्मीदवार घोषित किया गया है. भरत साय ने विधानसभा चुनाव में 9592 मतो तथा 8.15 फीसदी मतो के अंतर से विजय पताका फहराई थी. यदि पिछले आकड़ो पर गौर फरमाये तो वृंदानवागढ़ से 49.71 फीसदी मत पाने वाले धरमूधर पुजारी के स्थान पर गोवर्धन मांझी को तथा डोंगरगढ़ से 47.26 फीसदी मत पाने वाले रामजी भारती के बजाये दिनेश गांधी को उम्मीदवार बनाया है. जबकि वृंदानवागढ़ से धरमूधर पुजारी ने 16704 मतो तथा 12.30 फीसदी के अंतर से जीत हासिल की थी. डोगरगढ़ से खेदूराम साहू 7.72 फीसदी मतो के अंतर तथा 9407 मतो से विजय हासिल की थी.
जबकि उनसे कम फीसदी मत पाने वाले चन्द्रशेखर साहू तथा विक्रम उसेंडी को उम्मीदवार बनाया गया है, जो महज 1490 मतो या 1.26 फीसदी तथा 109 मतो याने कि 0.13 फीसदी मतो से जीते थे. इसी प्रकार दुर्ग शहर से हेमचंद यादव को उम्मीदवार बनाया गया है, जिसने 2008 के विधानसभा चुनाव में केवल 702 मत जोकि 0.61 फीसदी होता है, से विजय प्राप्त की थी.
भाजपा ने इस बार के चुनावों में मनेन्द्रगढ़ से 42.06 फीसदी मत पाने वाले दीपक पटेल के स्थान पर श्याम बिहारी जायसवाल को उम्मीदवार बनाया है. पिछले विधानसभा में मनेन्द्रगढ़ से दीपक पटेल ने 19.42 फीसदी मतो से तथा 14282 मतो से विजय प्राप्त की थी. इसी प्रकार संजारी बालौद से 42.45 फीसदी मत पाने वाले मदनलाल साहू के स्थान पर प्रीतम साहू को तथा कांकेर से पिछले चुनावों में 44.83 फीसदी मत पाने वाले सुमित्रा मारकोले की जगह संजय कोडोपी को अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है. छत्तीसगढ़ विधानसभा के 2008 के चुनावों में कांकेर से जीते सुमित्रा मारकोले ने 17503 मतो के अंतर से तथा 16.78 फीसद के अंतर से जीते थे.
पामगढ़ से 39.25 फीसदी मतो से जीतने वाले दूजराम बुद्ध के स्थान पर अंबेश जागड़े तथा भानुप्रतापपुर से 38.41 फीसदी मतो से जीतने वाले ब्रम्हानंद के स्थान पर सतीश लाठिया को हटाना एक बार जायज ठहराया जा सकता है परन्तु यदि यही प्रत्याशी भीतराघात करे तो भाजपा को यह चुनाव भारी पड़ सकता है. हैरत की बात है कि इनसे कम फीसदी मत पाने वाले चित्रकोट के विधायक बैदूराम कश्यप जिन्हें महज 34.69 फीसदी मत मिला था, उन्हें उम्मीदवार बनाया गया है.