भूपेश और हरिप्रसाद बने रहेंगे
नई दिल्ली | संवाददाता: राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल को अपने तरीके से काम करने को कहा है. इसके अलावा छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी के प्रभारी बीके हरिप्रसाद का इस्तीफा भी नामूंजर कर दिया गया है. भूपेश बघेल और बीके हरिप्रसाद ने बुधवार को एक साथ राहुल गांधी से मुलाकात की और घंटे भर तक छत्तीसगढ़ समेत दूसरे राजनीतिक विषयों पर चर्चा की.
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी के प्रभारी बीके हरिप्रसाद के इस्तीफे और मुकुल वासनिक या दिग्विजय सिंह में से किसी को प्रभारी बनाये जाने की खबरों के बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल को दिल्ली बुलाया गया था. माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी में फेरबदल के लिहाज से उन्हें बुलाया गया है. तेज़ी से यह चर्चा फैली कि छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की कांग्रेस में वापसी हो सकती है.
हालांकि अजीत जोगी ऐसी किसी भी संभावना को सिरे से खारिज कर चुके हैं और ऐसी खबरों के बीच टीएस सिंहदेव और भूपेश बघेल ने भी एक सुर में कहा था कि पार्टी में अजीत जोगी का प्रवेश असंभव है. लेकिन अटकलों को इसलिये बढ़ावा मिला क्योंकि कथित रुप से जोगी अपने दिल्ली प्रवास के समय कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के संपर्क में थे.
पार्टी में विरोधियों के निशाने पर रहे भूपेश बघेल ने अजीत जोगी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा कर अपनी ताकत ज़रुर दिखाई थी और उन्होंने पूरे छत्तीसगढ़ में फिर से कांग्रेस को एकजुट भी किया था. लेकिन पार्टी में जोगी समर्थक अभी भी उनकी नाक में दम करने का कोई भी अवसर नहीं जाने देते. इसके अलावा उनके आसपास के जमावड़े से भी पार्टी के कुछ नेता नाराज़ हैं. छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस में कुछ राजनीतिक पदों पर फेरबदल के कारण भी भूपेश बघेल के खिलाफ माहौल तैयार करने की कोशिश लगातार हो रही थी.
लेकिन अब राहुल गांधी की हरी झंडी के बाद माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी भूपेश बघेल के नेतृत्व में ही विधानसभा का चुनाव लड़ेगी. सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी ने भूपेश बघेल को फ्रीहैंड काम करने के लिये कहा है.