छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: ग्रामीणों ने बनाया पुल

दंतेवाड़ा | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के बस्तर के पाहुरनार में एक किमी फैली इंद्रावती पर 150 ग्रामीण पाँच दिनों से अस्थायी पुल तैयार कर रहे हैं. नदी के दोनों ओर ग्रामीणों का अपार जनसमूह नजर आता है. काम समाप्ति की ओर है.

सोमवार से ट्रैक्टर के माध्यम से राशन पाहुरनार पहुँचने लगेगा. उत्साहित सरपंच पोसे कश्यप बताते हैं कि पिछले साल भी हमने अस्थायी पुल तैयार किया था, जिससे ट्रैक्टर के माध्यम से खाद्यान्न का आना सहज हो गया था. पुल लकडिय़ों का था लेकिन इंद्रावती की बाढ़ ने इसे बहा दिया. हमने फिर संकल्प लिया और इस बार फिर पुल तैयार कर लिया.

सरपंच बताते हैं कि पिछले बार एसडीएम साहब से दिक्कत बताई थी तो उन्होंने अस्थायी पुल का सुझाव दिया था. इसके लिए उन्होंने रेत के बोरे भी उपलब्ध कराये थे तथा आश्वासन दिया था कि अस्थायी पुल बनने पर ट्रैक्टर से गाँव में बारिश से पहले भी पाँच महीनों का राशन भिजवा दिया जाएगा. पिछले साल बरसात भर समस्या नहीं हुई. सारा राशन पहले ही उपलब्ध करा दिया गया था. कैरोसीन भी उपलब्ध था.

दरअसल इंद्रावती में बरसात के दौरान और बरसात उतरने के बाद भी काफी पानी रहता है और नाव ही एकमात्र आवागमन का साधन है. नदी में खाद्यान्न से भरे ट्रैक्टर का गुजरना संभव नहीं था. इसके चलते एसडीएम ने ग्रामीणों से अस्थायी पुलिया बनाने का सुझाव दिया.

ग्रामीणों ने इसे मान लिया. लगभग एक किमी फैली इंद्रावती में रेत के बोरे आधे रास्ते पर ग्रामीणों ने लगाए हैं तथा जहाँ पानी का प्रवाह है वहाँ पत्थर डाल दिए हैं. ग्रामीणों ने कहा कि लकड़ी का अपव्यय रोकने के चलते हमने इस बार पत्थर बिछाने का निश्चय किया. एसडीएम हरेश मंडावी इस अवसर पर पाहुरनार पहुँचे. उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि जैसे ही अस्थायी पुल तैयार हो जाएगा, खाद्यान्न भेज दिया जाएगा.

पाहुरनार के साथ ही आश्रित गाँव चेरपाल, छोटे करका, बड़े करका, काउरगांव आदि को भी लाभ मिल पाएगा. एसडीएम ने बताया कि स्थायी पुल के लिए शासन को पत्र प्रेषित किया गया है. जल्द ही इसकी स्वीकृति मिल जाएगी. इससे अबूझमाड़ के गाँवों में राशन पहुँचाना आसान हो जाएगा.

सरपंच श्री कश्यप ने बताया कि पुल का कार्य लगभग हो चुका है. सोमवार को इसको फिनिशिंग टच दिया जाएगा. सामूहिक रूप से कार्य करने पर गाँव वाले बहुत आनंदित महसूस कर रहे हैं. हम सबके सामूहिक प्रयास से राशन लाने की बड़ी दिक्कत दूर हो गई है.

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