बदले की भावना से हत्या का FIR
सुकमा | समाचार डेस्क: मनीष कुंजाम का कहना है कि नंदिनी सुंदर व अन्य के खिलाफ हत्या का मामला बदले की भावना से प्रेरित है. उन्होंने आरोप लगाया कि चूंकि नंदिनी सुंदर सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में प्रमुख याचिकाकर्ता है इसलिये उनके खिलाफ बदले की भावना से तोंगपाल थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया गया है.
उन्होंने कहा कि स्वामी अग्निवेश के ऊपर हुये हमले की सीबीआई जांच का ऑर्डर हुआ था, जिसने कोर्ट में जांच रिपोर्ट सौंपा है और एफआईआर का आदेश हुआ है. इससे यहां के आईजी एसआरपी कल्लूरी को धक्का पहुंचा है. कहीं न कहीं वे इसकी चपेट में आ सकते हैं.
इसी आशंका के चलते नंदिनी सुंदर, अर्चना प्रसाद, संजय पराते, विनीत तिवारी, गुफड़ी के सरपंच व अन्य के खिलाफ बदले की भावना से हत्या का मामला थाने में दर्ज कराया गया है. मनीष कुंजाम ने याद दिलाया कि सुप्रीम कोर्ट में भी सरकार के वकील ने मांग की थी कि नंदिनी सुंदर जैसे लोगों को बस्तर आने से रोका जाये.
मनीष कुंजाम ने कहा कि आदिवासी महासभा इस तरह के प्रायोजित एफआईआर की निंदा करता है. यह लोकतंत्र के लिये अत्यंत नुकसानदायक है.
उन्होंने कहा कि कानून के जानकार भी इस मामले को लेकर आश्चर्य व्यक्त कर रहें हैं कि जो व्यक्ति वहां पर उपस्थित ही नहीं था उसके खिलाफ हत्या का माला कैसे बन सकता है.