जवानों को अग्रिम वेतन नहीं मिला
जगदलपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के बस्तर में कैश के अभाव में राज्य शासन की घोषणा को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका. सरकार द्वारा अग्रिम वेतन देने की घोषणा के बाद 5वीं बटालियन को अफसर जब स्टेट बैंक के कलेक्टोरेट शाखा में पहुंचे तो ब्रांच मैनेजर ने कैश न होने की वजह से उन्हें अग्रिम वेतन देने में असमर्थता जाहिर की.
5वीं बटालियन के अफसर जवानों के लिये 2.27 लाख रुपये कैश लेना चाहते थे परन्तु वह संभव न पाया.
गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद नगदी की समस्या से जूझ रहे सरकारी कर्मचारियों को शासन ने 10-10 हजार रुपये वेतन से अग्रिम कैश के रूप में देने की घोषणा की थी.
बस्तर में जवान जान हथेली पर रखकर नक्सलियों का मुकाबला करते हैं. ऐसे में शासन की घोषणा का लाभ उन्हें न मिल पाना सरकारी घोषणाओं के अमल पर सवाल खड़े करता है.
उधर, बस्तर कलेक्टर अमित कटारिया कैशलेश लेनदेन को बढ़ावा देने के लिये जी जान से जुटे हुये हैं. इलाकें के गुमास्ता लाइसेंस वाले 11 दुकानदारों से स्वाइप मशीने लगाने को कहा गया है. ग्राम पंचायतों को भी स्वाइप मशीने लगाने के निर्देश दिये गये हैं.
गुरूवार को 1 तारीख होने के कारण सरकारी और गैर सरकारी नौकरी पेशा लोगों के वेतन उनके खाते में डाले जायेंगे लेकिन वेतन निकालने के लिए कोई विशेष व्यवस्था बैंको में नहीं है.
अलग-अलग बैंको का कहना है कि यदि कैश उपलब्ध रहा तो 24 हजार तक और यदि कैश कम रहा तो 10 हजार रूपये तक का भुगतान वेतनभोगियों को हो पायेगा. वेतन निकालने के लिये कोई विशेष व्यवस्था कही नहीं की गई है.