बालको में ब्लास्ट, कोई हताहत नही
कोरबा | अब्दुल असलम: छत्तीसगढ़ के कोरबा के बालको संयंत्र के पॉट रूम 3 के राइज़र में शुक्रवार सुबह अचानक ब्लास्ट हो गया. ब्लास्ट की जोरदार आवाज़ से अधिकारी और कर्मचारियों में मचा हड़कंप गया.
बालको के कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन अधिकारी पीएन मिश्रा की माने तो कोई हताहत नही हुआ है. एक बड़ा हादसा टाल गया है. 7बताया जा रहा है कि जैसे ही सुधार कार्य के लिये अधिकारी मौके पर पहुचें पॉट रूम 3 में ब्लास्ट हुआ. उस समय ड्यूटी कई कर्मचारी मौजूद थे.
हादसे के बाद प्लांट में हड़कंप मच गया था, लेकिन हालात को जल्द काबू कर लिया गया. पॉट रूम में बिजली सप्लाई बंद कर सुधार कार्य शुरू कर दिया गया है. विस्फोट के कारण 2 नंबर पाट पूरी तरह से नष्ट हो गया है. सभी 336 पाट में से 168 पाट से उत्पादन रोका गया है. धमाके के कई घंटे बाद भी दमकल आग बुझाने नहीं पहुंची, जिसके कारण आग बेकाबू हो गया था.
बालको में शुक्रवार हुये विस्फोट के कारण उत्पादन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है. हादसे का शिकार हुए पॉट रूम दो में कार्यरत भूपेन्द्र सिंह गोंड़ ने बताया कि हादसा बहुत भयानक था. संयोग से दुर्घटना के समय मौके पर कोई कामगार नहीं था, अन्यथा बड़ी संख्या में मजदूरों की जान जा सकती थी.
बालको के मजदूर यूनियन एक्टू के अध्यक्ष बीएल नेताम ने आरोप लगाया है कि प्रबंधन के अधिक से अधिक मुनाफा कमाने के लिए अकुशल कामगारों से कार्य लेने और सुरक्षा नियमों की अनदेखी के कारण यह दुर्घटना हुई. उन्होंने स्पष्ट आरोप लगाया है कि प्रबंध की गैर जिम्मेदाराना और केवल लाभ कमाने वाली सोच ही इस घटना के लिए जिम्मेदार है.
उन्होंने बताया कि दुर्घटना की सूचना औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग को दी गयी है. साथ ही मामले की सूक्ष्य जांच का आग्रह किया गया है.
बालको के एल्युमिनियम संयंत्र में दो स्मेल्टर हैं. स्मेल्टर एक की दो लाख पचास हजार टन प्रति वर्ष उत्पादन क्षमता है. स्मेल्टर दो में 168-168 पॉट की दो लाइन है. इसमें से पॉट लाइन दो में हादसा हुआ है. प्रबंधन ने इस लाइन के सभी पॉट से उत्पादन बंद कर दिया है. दुर्घटना के बाद बालको कर्मियों में भय का वातावरण निर्मित हो गया है.