अस्पताल में बच्चा बदलने का आरोप
अंबिकापुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में प्रसूता के स्वस्थ बच्चे की जगह मृत बच्चा बदले जाने का आरोप लगा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. वहीं, स्वास्थ्य कर्मचारियों की कहना है कि प्रसूता का आरोप निराधार है. फिलहाल प्रसूता द्वारा बच्चा बदले जाने का आरोप लगाने से सनसनी फैल गई है.
मिली जानकारी के अनुसार 14 सितंबर को अंबिकापुर के दर्रीपारा निवासी 20 वर्षीया रूपणी देवी को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया. रूपणी के परिजनों का कहना है कि पहले चिकित्सकों ने ऑपरेशन की बात कही थी. परन्तु उसी दिन रूपणी का सामान्य प्रसव कराया गया.
रूपणी देवी का कहना है कि सामान्य प्रसव के बाद उसे स्टाफ नर्स ने बताया कि उसने स्वस्थ पुत्र को जन्म दिया है. उधर, बाहर रूपणी के पति को मृत नवजात सौंप दिया गया. परिजनों ने भी रूपणी को कुछ बताये बगैर मृत नवजात का अंतिम संस्कार कर दिया.
जब रूपणी को इस बात की जानकारी मिली तो वह भड़क गई. रूपणी का कहना है कि उसी के साथ एक और प्रसूता का प्रसव कराया गया था. संभवतः उसी प्रसूता ने मृत बच्चे को जन्म दिया था.
बच्चा बदले जाने की खबर से अस्पताल में भीड़ लग गई. रूपणी के परिजनों का आरोप है कि बच्चा योजनाबद्ध ढंग से बदला गया है. ऑपरेशन थियेटर में ले जाकर सामान्य प्रसव कराया गया जहां पहले से एक प्रसूता थी. रूपणी के पति अब डीएनए टेस्ट की मांग कर रहे हैं.
वहीं, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि आरोप निराधार है. रूपणी का प्रसव रात को 12.25 बजे हुआ था जबकि दूसरी महिला का प्रसव रात को 12.45 बजे हुआ था. दोनों के प्रसव में 20 मिनट का अंतर है. ऐसे में बच्चा कैसे बदल सकता है.
आरोप-प्रत्यारोप के बीच पुलिस उलझन में पड़ गई है कि कौन सच बोल रहा है.