छत्तीसगढ़ में मौसम बदला
रायपुर | एजेंसी: छत्तीसगढ़ में मौसम में आए बदलाव से प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश, आंधी-तूफान और ओले गिरे हैं. बताया जाता है कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते कल से ही सरगुजा संभाग में आंधी और तूफान ने काफी तबाही मचाई है.
अंबिकापुर संवाददाता के अनुसार, गुरुवार की दोपहर से पूरे संभाग में तेज हवाएं चलने लगी गई थीं. वहीं सरगुजा संभाग में कुछ जगहों पर ओले भी गिरे हैं. बताया जाता है कि अंबिकापुर में बेमौसम बारिश का ज्यादा असर हुआ है. यहां ओले गिरने से धान की खड़ी फसलों को काफी नुकसान हुआ है. वहीं पश्चिमी विक्षोभ का असर राजधानी सहित प्रदेश के कई हिस्सों में देखने को मिल रहा है. कल से राजधानी में आसमान पर बादल छाए हुए हैं. इस कारण मौसम में ठंडक आ गई है.
छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बीती रात से अच्छी वर्षा हो रही है. वहीं राजधानी सहित आसपास दिनभर बादलों के छाए रहने से ठंडी हवाएं भी चल रही हैं. कृषि मौसम वैज्ञानिकों ने छग के कई इलाकों में आगामी 24 घंटों के दौरान गरज-चमक के साथ वर्षा और ओले गिरने की चेतावनी दी है. वहीं कृषि मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बेमौसम वर्षा का असर धान की गुणवत्ता पर भी पड़ेगा.
गौरतलब है कि इस जून महीने में मानसून की शुरुआत तो अच्छी हुई थी, लेकिन फिर उसके बाद पूरे छत्तीसगढ़ में अल्प-खंड वर्षा से लोग खासे परेशान रहे. वहीं अब मानसून के जाते-जाते फिर सूरजपुर, अंबिकापुर, कोरिया जैसे कई जिलों में बीती रात अच्छी वर्षा हुई है.
वहीं राजधानी में सुबह से बादल छाए रहने से मौसम काफी ठंडा हो गया. मौसम वैज्ञानिकों ने अगले 24 घंटों के दौरान गरज-चमक के साथ वर्षा और ओले गिरने की चेतावनी भी दी है.
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बेमौसम वर्षा से धान की गुणवत्ता प्रभावित होगी. इसके साथ ही अरहर की फसल को भी नुकसान हो सकता है. मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एम.एल. साहू का कहना है कि प्रदेश में शनिवार तक बारिश हो सकती है.