जोगी का धरना समाप्त, बंद पर दावे
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री आवास से चाय आने के बाद जोगी ने धरना समाप्त किया. इसी बीच, एडीएम डोमन सिंह ने जोगी को लिखित में दिया कि शांतिभंग में गिरफ्तार आपके सभी कार्यकर्ताओं को रिहा किया जा रहा है. कुछ देर बाद जोगी ने धरना समाप्त कर दिया.
छत्तीसगढ़ बंद के दौरान सर्किट हाउस के पास सड़क पर धरने में बैठक पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के लिए गुरुवार दोपहर को मुख्यमंत्री निवास से चाय आई है. दरअसल, जब जोगी को सीएम हाउस तक पहुंचने से रोका गया, तो वो पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत के बंगले के पास पेड़ की छाया में सड़क पर कंबल बिछाकर धरने पर बैठ गये.
इसी बीच उन्होंने मुख्यमंत्री रमन सिंह की पत्नी वीणा सिंह से फोन पर बातचीत की. फोन पर हाल चाल जानने के बीच जोगी ने वीणा सिंह से कहा, मैं आपके यहां चाय पीने आना चाहता था, लेकिन मुझे पुलिस अफसरों ने रोक लिया. इस पर वीणा ने फोन रखा और वो उन्हें देखने बाहर तक आई, लेकिन पता चला कि बंद के कारण उन्हें पुलिस ने रोक रखा है.
इस पर वीणा सिंह ने जोगी को फोन करके कहा, मैं राजनीति तो नहीं जानती. आप से हमारे पारिवारिक संबंध है. आप भाभी जी के साथ चाय पर आइये. फिलहाल आप के लिए चाय भिजवा रही हूं. कृपया यह धरना बंद कर दीजिए. बाद में सीएम हाउस से जोगी के लिए धरना स्थल पर चाय आई.हालांकि, जोगी ने चाय नहीं पी परन्तु धरना समाप्त कर दिया.
जोगी कांग्रेस द्वारा छत्तीसगढ़ बंद के दावे पर मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा बंद पूरी तरह से असफल रहा. उन्हें समझ में आ गया है कि छत्तीसगढ़ में उनकी स्थिति क्या है. अजीत जोगी द्वारा योगेश साहू की खुदकुशी को साहसिक कदम बताने पर कटाक्ष करते हुये मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा यह समझ से परे है.
वहीं, मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने अजीत जोगी पर निशाना साधते हुये कहा कि उन्होंने कभी विपक्ष की राजनीति नहीं की है, इसे वे सीख रहें हैं. मंत्री केदार कश्यप ने कहा बंद पूरी तरह से असफल रहा है मौत पर राजनीति नहीं करनी चाहिये. मंत्री राजेश मूणत ने कहा जोगी की राजनीति को जनता ने नकार दिया है.
मंत्री केदार कश्यप ने कटाक्ष किया कि आज का उनका प्रदर्शन कांग्रेस से निकलकर अपने लिये जमीन तलाश करना है.