छत्तीसगढ़ में छापे से 4.5 करोड़ जब्त
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में एंटी करप्शन ब्यूरो तथा आर्थिक अपराध शाखा का सबसे बड़ा छापा पड़ा है. एसीबी और इओडब्लू की टीम द्वारा मंगलवार को मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के 16 स्थानों पर छापेमारी की गयी. जिसमें छत्तीसगढ़ के दुर्ग, रायपुर, धमतरी, जगदलपुर, बिलासपुर शहर शामिल हैं. पूरी कार्यवाही में अब तक साढ़े चार करोड़ से ज्यादा की नगद राशि जब्त की जा चुकी है. इस कार्यवाही में 22 राजपत्रित अधिकारी और 26 इंस्पेक्टर और 100 से अधिक कर्माचरी शामिल हैं.
एंटी करप्शन ब्यूरो तथा आर्थिक अपराध शाखा की एक ही दिन में यह सबसे बड़ी कार्यवाही है. इस कार्यवाही के दौरान हसदेव बांगो कछार तथा गंगा कछार के चीफ इंजिनियर सिंचाई विभाग के बृजराज दास वैष्णव को 40 लाख रुपये रिश्वत की मांग करते हुए 5 लाख की पहली किश्त लेते हुए हाथों हाथ पकड़ा गया है. वहीं, उनके घर की तलाशी लेने के बाद अब तक 35 लाख रुपये नगद बरामद किया जा चूका है तथा अब भी तलाशी का काम चल रहा है.
दूसरी तरफ, छुई खदान के एक्सक्यूटिव इंजिनियर मैकशी कुजूर को बिल पास कराने के लिये 54 हज़ार की रिश्वत लेते रंगे हाथ भिलाई के सिविक सेंटर में पकड़ा गया है.
एंटी करप्शन ब्यूरो तथा आर्थिक अपराध शाखा की सबसे बड़ी कार्यवाही सिंचाई विभाग के एक्सक्यूटिव इंजिनियर खारंग जलाशय संभाग के आलोक अग्रवाल के घर हुई रेड में सामने आया है. मंगलवार की सुबह चीफ इंजिनियर वैष्णव जी के घर से निकलते ही आलोक अग्रवाल को टीम नें धर दबोचा. आलोक अग्रवाल के पास अलग-अलग लिफ़ाफ़े में मौके पर डेढ़ लाख रुपये बरामद किये गये.
आलोक अग्रवाल के विश्वनीय सब इंजिनियर अबरार बेग के घर से उनके 2 करोड़ रुपये 4 बैग में मिले हैं. वहीं, आलोक अग्रवाल के दुसरे सब इंजिनियर जीआर देवांगन से आलोक अग्रवाल का ही 60 लाख रुपये बरामद किया गया है.
वहीं, सब इंजीनियर विजय सिंह ठाकुर के घर से 23 लाख रुपये बरामद किये गये हैं. आलोक अग्रवाल के भाई पवन अग्रवाल के नाम से बेनामी संपत्ति मिली है.
इस तरह अब तक कुल साढ़े चार करोड़ की नगद राशि टीम ने जप्त की है आगे भी कार्यवाही जारी है.