छत्तीसगढ़ में 100% आधार कार्ड जल्द
नई दिल्ली | विशेष संवाददाता: देश के 36 राज्यों में छत्तीसगढ़ आधार नामांकन की रैंकिंग में 13वें स्थान पर है. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकारण द्वारा 29 फरवरी को जारी आकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में करीब 2.45 करोड़ लोगों का अर्थात् 90.8 फीसदी लोगों का आधार कार्ड के लिये नामांकन किया जा चुका है. छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जारी आकड़ों के अनुसार मार्च तक यह बढ़कर 2.65 करोड़ का हो गया है. छत्तीसगढ़ की जनसंख्या 2.70 करोड़ है. जिसका अर्थ है कि छत्तीसगढ़ जल्द ही शत प्रतिशत लोगों का आधार उपलब्ध करवाने वाले राज्यों में शामिल हो जायेगा.
29 फरवरी को जारी आकड़ों के अनुसार आधार कार्ड नामांकन के मामलें में दिल्ली देश में सबसे अग्रणी है जहां पर 109.4 फीसदी लोगों का नामांकन हो चुका है वहीं क्रमशः 2.8 तथा 3.2 फीसदी आधार कार्ड के साथ असम तथा मेघालय देश में सबसे पिछड़े हुये हैं.
आधार कार्ड नामांकन के मामलें में उत्तर-पूर्व के अन्य राज्य मिजोरम, नागालैंड तथा अरुणाचल प्रदेश की पिछड़े हुये हैं. यहां पर क्रमशः 38.5, 49.4 तथा 54.3 फीसदी का ही नामांकन किया जा सका है.
दिल्ली के अलावा तेलंगाना में भी 100.2 फीसदी का नामांकन हो चुका है.
आधार 12 अंको की एक निजी विशिष्ट संख्या है जिसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण, भारत सरकार की ओर से सभी निवासियों को जारी करता है.
यह संख्या, भारत में कहीं भी, व्यक्ति की पहचान और पते का प्रमाण होगा. भारतीय डाक द्वारा प्राप्त और यू.आई.डी.ए.आई. की वेबसाइट से डाउनलोड किया गया ई-आधार दोनों ही समान रूप से मान्य हैं.
कोई भी व्यक्ति जो भारत का निवासी हो और जो यू.आई.डी.ए.आई. द्वारा निर्धारित सत्यापन प्रक्रिया को पूरा करता हो, वह आधार के लिए नामांकन करवा सकता है चाहे उसकी उम्र और जेण्डर कुछ भी हो.
प्रत्येक व्यक्ति केवल एक बार नामांकन करवा सकता है. नामांकन निशुल्क है.
आधार संख्या प्रत्येक व्यक्ति की जीवनभर की पहचान है. आधार संख्या से बैंकिंग, मोबाईल फोन कनेक्शन और सरकारी व गैर-सरकारी सेवाओं की सुविधाएं प्राप्त करने में सुविधा होगी.