छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: नक्सल क्षेत्र में खुले 26 बैंक

रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लिए विभिन्न बैंकों की 26 शाखाओं का एक साथ शुभारंभ किया. उन्होंने तीन ए.टी.एम. बूथों का भी लोकार्पण किया. समारोह का आयोजन बीती शाम रायपुर में विधानसभा परिसर स्थित डॉ.श्यामाप्रसाद मुखर्जी प्रेक्षागृह में किया गया. मुख्यमंत्री ने जिन बैंक शाखाओं का शुभारंभ किया, उनमें से बस्तर संभाग के अंतर्गत जगदलपुर जिले में 10, बीजापुर में 1, दन्तेवाड़ा में 02 और सुकमा जिले में 1 बैंक शामिल है.

डॉ. सिंह ने राजनांदगांव जिले के लिए भी दस बैंक शाखाओं का शुभारंभ किया. उनके हाथों जिन ए.टी.एम. बूथों का लोकार्पण हुआ, उनमें से दो बस्तर जिले के और एक बीजापुर जिले का है.

मुख्य अतिथि की आसंदी से समारोह को सम्बोधित करते हुए डॉ. रमन सिंह ने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाकों में इन बैंक शाखाओं के संचालन के लिए राज्य शासन द्वारा पूरी सुरक्षा दी जाएगी. अधिकारियों ने बताया कि राज्य शासन की ओर से गांवों में उपलब्ध सुविधाजनक भवन इन बैंकों को उपलब्ध कराए गए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन क्षेत्रों के प्रवास के दौरान मैं स्वयं बैंकों में जाकर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लूंगा.

उन्होंने कहा कि रायपुर और भोपाल में पदस्थ बैंकों के वरिष्ठ अधिकारी यदि इन बैंकों का निरीक्षण करने छत्तीसगढ़ आएंगे तो उन्हें राज्य शासन द्वारा निःशुल्क हवाई यात्रा की भी सुविधा दी जाएगी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन बैंकों के अधिकारियों और कर्मचारियों को चिन्ता करने की जरूरत नहीं है. राज्य सरकार बैंकों के संचालन के लिए उन्हें पूरी सुरक्षा देगी. उन्होंने कहा कि बैंकों के लिए स्ट्रांग रूम, बाउण्ड्रीवाल सहित सभी जरूरी बुनियादी सुविधाएं राज्य सरकार द्वारा दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सभी बैंक राज्य सरकार के भवनों में संचालित होंगे और इसके लिए उनसे कोई किराया नहीं लिया जाएगा.

उल्लेखनीय है कि बस्तर के दूरस्थ अंचल में बैंक जाने के लिए लोगों को 50 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता है. इन जिलों में 149 जगहों में लोगों को बैंक तक जाने के लिए काफी दूर का सफर तय करना पड़ता है. उन्होंने यह भी बताया कि बैंकों को इन्टरनेट कनेक्टिविटी वी-सेट के माध्यम से उपलब्ध कराने के लिए चार-चार लाख रूपए की राशि हर शाखा को मिलेगी.

दूरस्थ अंचलों में बैंक की सुविधा मिलने से उस क्षेत्र के नागरिकों को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में मजदूरी के भुगतान, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना और प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का लाभ मिलेगा और विभिन्न योजनाओं में वास्तविक हितग्राही तक अनुदान की राशि उनके खाते में उपलब्ध कराने की सुविधा मिलेगी.

नक्सल क्षेत्रों के इन गांवों में संचालित होंगी बैंक शाखाएं-

मुख्यमंत्री ने समारोह में जिन बैंक शाखाओं और तीन एटीएम का एक साथ उद्घाटन किया उनमें बस्तर जिले के ग्राम छापरभानपुरी और पण्डरीपानी में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, जामावाड़ा और नियानार में इलाहाबाद बैंक, बिलोरी में आन्ध्रा बैंक, बालेंगा में बैंक ऑफ इंडिया, बेलर में आईसीआईसीआई बैंक, मुण्डागांव, अलनार और उलनार में आईडीबीआई बैंक की शाखा, मारकेल और लोहण्डीगुड़ा में सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम, बीजापुर में सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम, दन्तेवाड़ा जिले के ग्राम कसौली में केनरा बैंक, जवांगा में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक की शाखा, कांकेर जिले के उमराडदाह में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक की शाखा और कोयलीबेड़ा में आईसीआईसीआई बैंक की शाखा, कोण्डागांव जिले के बड़ेडोंगर में बैंक ऑफ इंडिया की शाखा और सुकमा जिले के गादीरास में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक, राजनांदगांव जिले के ग्राम भड़सेना में बैंक ऑफ इंडिया, उमरवाही, उपरवाह और भोलापुर में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक की शाखा, गातापार जंगल में एचडीएफसी बैंक की शाखा, आसरा, काशीटोला और खुरचाटोला में आईसीआईसीआई बैंक की शाखा, सलोनी और सहसपुरदल्ली में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखाएं शामिल हैं.

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