छत्तीसगढ़: गांवों को मिलेंगे 240 डॉक्टर
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के गांवों को जल्द ही 240 MBBS चिकित्सक मिलेंगे. चिकित्सक की कमी से जूझ रहे छत्तीसगढ़ के गांवों को जल्द ही 240 एसबीबीएस चिकित्सक मिलने जा रहें हैं. उसके अगले साल फिर से 240 नये एमबीबीएस चिकित्सक गांवों में सेवा देने लगेंगे. इस तरह से गांवों के सरकारी अस्पतालों में काम करने के लिये 480 चिकित्सक मिल जायेंगे. यह सिलसिला लगातार चलता रहेगा.
यह संभव हो रहा है सरकार की नीति व नियमों के कारण. इस नियम के तहत छत्तीसगढ़ के सरकारी मेडिकल कॉलेजों से एमबीबीएस की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले चिकित्सकों को दो साल अनिवार्य रूप से गांवों में सेवा देनी होगी.
ऐसा न करने वाले चिकित्सकों को 5 लाख रुपये अर्थ दंड देना पड़ेगा अन्यथा उन्हें उऩकी डिग्री नहीं दी जायेगी तथा छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसिल उनका रजिस्ट्रेशन नहीं करेगा. इसके अलावा इंटर्नशिप के दौरान मिले पैसे तथा छात्रवृति के पैसे लौटाने होंगे.
नया नियम 29 मार्च को इंटर्नशिप पूरा करने वाले एमबीबीएस के चिकित्सकों से लागू होगा.
जिन छात्रों ने 2011-12 में एमबीबीएस में प्रवेश लिया था उनका इंटर्नशिप 29 मार्च 2017 को पूरा होने वाला है. इसमें रायपुर मेडिकल कॉलेज के 110, सिम्स बिलासपुर के 80 तथा जगदलपुर मेडिकल कॉलेज के 50 छात्र शामिल हैं.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में चिकित्सा अधिकारियों के 1873 पद स्वीकृत हैं उनमें से 410 पद रिक्त हैं. इस तरह से करीब 22 फीसदी पद रिक्त हैं. जहां तक पूरे राज्य की बात है छत्तीसगढ़ में 22 फीसदी चिकित्सा अधिकारियों की कमी है. जिसमें से बस्तर संभाग में सबसे ज्यादा 56 फीसदी, सरगुजा संभाग में 20 फीसदी, बिलासपुर संभाग में 14 फीसदी तथा रायपुर संभाग में 8 फीसदी कमी है.