गेल में 14 की मौत, जांच के आदेश
नई दिल्ली | एजेंसी: केन्द्र सरकार ने आंध्र प्रदेश में भारतीय गैस प्राधिकरण लिमिटेड, गेल के गैस पाइपलाइन में हुए विस्फोट की घटना पर उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. इस घटना में 14 लोगों की मौत हो गई है.
केंद्र सरकार की एक टीम पूर्वी गोदावरी जिले के घटनास्थल पर चल रहे राहत कार्यो का जायजा लेने के लिए रवाना हो गई है. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने कहा कि उन्होंने आग और विस्फोट की घटना में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारतीय गैस प्राधिकरण लिमिटेड, गेल की पाइपलाइन में हुए विस्फोट के कारण 14 लोगों की मौत पर दुख जताया.
विस्फोट आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद से 550 किलोमीटर दूर पूर्वी गोदावरी जिले में तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम, ओएनजीसी की रिफाइनरी के नजदीक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी गेल की पाइपलाइन में हुआ. विस्फोट से गेल की 18 इंच पाइपलाइन उड़ गई.
प्रधानमंत्री मोदी ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, “मैं आंध्र प्रदेश स्थित गेल के पाइपलाइन में हुए विस्फोट में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं. साथ ही घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.”
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में भारतीय गैस प्राधिकरण लिमिटेड, गेल की पाइपलाइन में शुक्रवार सुबह विस्फोट हो गया, जिसमें 14 लोगों की जल कर मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में तीन महिलाएं और तीन बच्चे शामिल हैं. इस दुर्घटना में करीब 30 अन्य घायल हुए हैं, जिनमें से 15 लोगों की हालत नाजुक है.
राज्य के वित्त मंत्री वाई.रामाकृष्णाडु ने संवाददाताओं को बताया कि तटीय जिले मेंमामीदिकुदुरु मंडल के नागाराम गांव में सुबह करीब 5.30 बजे गेल की पाइपलाइन में विस्फोट हुआ, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
मंत्री ने कहा, “आग की वजह से भारी नुकसान हुआ है. 10 एकड़ में फैले नारियल के पेड़ और अन्य फसलें नष्ट हो गई हैं.” घायलों को अमालापुरम और काकिनाड़ा कस्बे के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
गेल के अधिकारियों का कहना है कि आग के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है. पूरी जांच के बाद ही इस बारे में जानकारी सामने आ सकेगी. उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य जारी हैं.
घटनास्थल से उठ रही आग की लपटें आसपास की दुकानों तथा घरों तक भी पहुंच रही हैं. ग्रामीण अपने घरों से निकलकर बाहर आ चुके हैं, क्योंकि उन्हें आशंका है कि आग की लपटें उनके घरों तक भी पहुंच सकती हैं. स्थानीय पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आग पर काबू पाने के लिए दमकल की गाड़ियां बुलाई गई हैं.
उधर, राज्य के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने गेल पाइपलाइन में हुए विस्फोट के कारण लोगों की मौत पर दुख जताया है. दिल्ली के अपने दौरे को बीच में छोड़ते हुए वह घटनास्थल की ओर रवाना हो गए हैं.