राष्ट्र

‘साहेब’ पर जांच आयोग

नई दिल्ली | संवाददाता: यूपीए कैबिनेट ने ‘साहेब’ जासूसी कांड की जांच करवाने का फैसला लिया है. केन्द्र की कैबिनेट बैठक में फैसला हुआ है कि गुजरात के तत्कालीन गृहमंत्री अमित शाह द्वारा कथित तौर पर एक महिला की जासूसी करवाने की जांच सर्वोच्य न्यायालय के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश से करवाई जाये.

कैबिनेट ने इसकी जांच के लिये जांच आयोग के गठन की मंजूरी दे दी है. इसके लिये केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने एक नोट भी तैयार कर लिया था. जिसे कौबिनेट की मंजूरी मिल गई है. सूत्रों के मुताबिक, जांच आयोग अधिनियम के तहत जांच आयोग गठित करने का आदेश दिया गया है और जांच पूरी करने के लिए तीन महीने तक का वक्त दिया जा सकता है.

भाजपा ने कैबिनेट के इस निर्णय पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. भाजपा ने इसे देश के संघीय ढ़ाचे पर हमला करार दिया है. बीजेपी प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने इसे अपने राजनीतिक विरोधियों को दबाने की कांग्रेसी साजिश करार देते हुए कहा, ‘इमरजेंसी के समय जो मानसिकता थी वही आज भी चल रही है. विधानसभा चुनावों में करारी हार मिलने के बावजूद कांग्रेस सीखती नहीं है. यह राजनीतिक साजिश है. मोदी के खिलाफ कांग्रेस कैसे आगे बढ़ें यह उन्हें समझ में नहीं आ रहा है. इसलिए मोदी को निशाना बना रही है कांग्रेस.’

कैबिनेट के इस फैसले से कि कथित जासूसी कांड पर जांच आयोग का गठन किया जायेगा, गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुश्किले बढ़ सकती है. इस कथित कांड में मोदी के करीबी अमित शाह का नाम आया था. यदि इस जांच से अमित शाह पर आरोप साबित हो जाते हैं तो उससे मोदी के प्रभामंडल पर आंच आयेगी इतना तो तय है.

‘साहेब जासूसी कांड’

खोजी बेवसइट कोबरापोस्ट तथा गुलेल डाट काम ने खुलासा किया था कि ‘साहेब’ के कहने पर गुजरात के तत्कालीन गृहमंत्री अमित शाह ने एक महिला आर्किटेक्ट की जासूसी करवाई थी. आरोपों के अनुसार अमित शाह ने यह कार्य गुजरात पुलिस से करवाया था. उस समय उक्त महिला पर पुलिस ने लगातार नजर रखी थी तथा उसके फोन भी टेप किये गये थे.

अमित शाह नियमित रूप से अपने ‘साहेब’ को उस महिला के बारें में जानकारी देते रहते थे. बाद में मीडिया में यह खबर आयी कि महिला के परिवार के रहने पर ही उक्त जासूसी करवाई गई थी. कानून के जानकारों का कहना है कि परिवार के कहने पर भी किसी महिला की जासूसी करना गौर कानूनी है. फिलहाल अमित शाह भाजपा के महामंत्री हैं तथा उत्तरप्रदेश का काम देख रहें हैं.

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