बुलंदशहर हत्याकांड में पांच गिरफ्तार
बुलंदशहर | डेस्क: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या के मामले में बजरंग दल के नेता को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में 27 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. जिनमें से अब तक 5 की गिरफ्तारी की गई है. हालांकि पुलिस ने अभी इस गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है.
गौरतलब है कि कथित गौ हत्या के शक में तीन गांवों की भीड़ हिंसा पर उतारु हो गई और एक आम नागरिक समेत इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई. हिंसक भीड़ ने पुलिस चौकी फूंक दी और दर्जनों वाहनों को आग के हवाले कर दिया.
इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह दादरी के अखलाक हत्याकांड में जांच अधिकारी भी रहे थे. उन्होंने 28 सितम्बर 2015 से 9 नवम्बर 2015 तक मामले की जांच की थी. हालांकि जांच के दौरान ही उनका वाराणसी तबादला कर दिया गया था. उनके तबादले के बाद अखलाक हत्याकांड में दूसरे जांच अधिकारी ने मार्च 2016 में चार्जशीट दाखिल की थी.
इस मामले में जो एफआईआर दर्ज कराई गई है, उसके मुताबिक, इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या यानी भीड़ की हिंसा के मामले में योगेश राज को मुख्य आरोपी बनाया गया है. बुलंदशहर हिंसा में योगेश राज मुख्य आरोपी है और यही कथित गौ हत्या के मामले का शिक़ायतकर्ता भी है. बताया जा रहा है कि योगेशराज का संबंध बजरंग दल से है. वह जिला संयोजक बताया जाता है. इसके अलावा वह संघ में भी सक्रिय रहा है.
पुलिस ने हिंसा के मामले में 27 लोगों को नामज़द किया गया है. इन पर 17 धाराओं में मुक़दमा दर्ज किया गया है. वहीं 50 से 60 लोग अज्ञात हैं. भीड़ की हिंसा मामले में पुलिस ने अभी तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया है और 4 को हिरासत में लिया है. इस मामले में सब इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र ने एफआईआर दर्ज कराई है. दर्ज मामले के अनुसार मुख्य आरोपी योगेश राज भीड़ को बार-बार उकसा रहा था, जिसकी वजह से भीड़ उग्र हो गई.
इधर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बुलन्दशहर में हुई हिंसा पर दुख व्यक्त किया और इस घटना में शहीद हुए पुलिस इंस्पेक्टर के परिजन को कुल 50 लाख रूपये की सहायता का ऐलान किया. मुख्यमंत्री ने दो दिन के अंदर मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के आदेश भी दिया है. उन्होंने शहीद पुलिस अफसर की पत्नी को 40 लाख रूपए और उनके माता-पिता को 10 लाख रूपये की सहायता की घोषणा की.